Gangster पपला गुर्जर का 'जिगरी', जिसने सोशल मीडिया के जरिये जमाया अपना सिक्का, मायावती से था ये कनेक्शन!
राजस्थान के अलवर जिले के पहाड़ी गांव का रहने वाला विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन ने न सिर्फ हरियाणा, राजस्थान में अपना सिक्का जमाया बल्कि पुलिस की नाक में भी साल तक दम कर रखा था.
कहते हैं कि जब दो दोस्तों के बीच दुश्मनी हो जाए तो इससे खतरनाक कोई दुश्मनी नहीं होती है. जिसकी वजह ये है कि जब दोस्त दुश्मन बनता है तो वो आपकी कमजोरी और आपकी ताकत हर एक के बारे में जानता है. उसे पता होता है कि आपको किस जगह वार करने पर सबसे ज्यादा दर्द होगा. वहीं अगर ये दुश्मनी क्राइम वर्ल्ड की हो तो और भी खतरनाक. तब तो आप ये मान लीजिए कि दोनों में से एक की मौत तो पक्की है. दरअसल आज हम भी क्राइम की दुनिया के ऐसे ही दो खौफनाक या यूं कह लें दुर्दांत अपराधी की बात कर रहे हैं. जी हां वो कोई और नहीं बल्कि हरियाणा और राजस्थान में दहशत का दूसरा नाम विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन हैं. आइए जान लेते हैं इस गैंगस्टर के जुर्म की दुनिया में कदम रखने से अब तक के सफर के बारे में-
पपला गुर्जर ने कराई क्राइम वर्ल्ड में एंट्री
राजस्थान के अलवर जिले के पहाड़ी गांव का रहने वाला बताया जाता है विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन. कुख्यात बदमाश माना जाने वाला लादेन का खौफ राजस्थान ही नहीं हरियाणा में भी कायम है. विक्रम और पपला के बीच गहरी दोस्ती थी. इतनी गहरी दोस्ती थी कि पपला गुर्जर अपने दोस्त को अपराध की दुनिया में लाया. जब इस दुनिया के कायदे कानूनों को विक्रम ने समझ लिया तो वह चीकू गैंग में शामिल हो गया. यहीं से विक्रम और पपला के रिश्तों में दरार आ गई. कुछ समय बाद विक्रम ने चीकू गैंग का साथ भी छोड़ दिया और पहाड़ी गांव में अपनी खुद की एक गैंग बना ली जिसका नाम उसने लादेन रखा. इस नाम को विक्रम ने अपने नाम के साथ भी जोड़ लिया. विक्रम के अपनी खुद की गैंग बनाने के बाद उसके और पपला के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई. आए दिन हो रहे इन झगड़ों के चलते दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए.
बसपा नेता की हत्या के बाद सुर्खियों में छाया
गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन का नाम तब खबरों की सुर्खियों में छाया जब उसने मायावती की पार्टी यानि बसपा नेता जयराम पटेल की हत्या कर दी. कहा जाता है कि जयराम बसपा नेता होने के साथ ही साथ पहाड़ी गांव का बड़ा बदमाश भी था. लादेन गैंग के सक्रिय होने से पहले जयराम की इलाके में अच्छी पैठ थी. ऐसे में जब लादेन गैंग बना तो जयराम के मन में अपनी दहशत कम होने का डर सताने लगा. जाहिर तौर पर इसी डर के चलते लादेन और जयराम के बीच दुश्मनी हो गई. वहीं लादेन को इस बात का डर था कि जयराम उसकी हत्या ना करा दें. जिसके चलते जयराम कुछ कर पाता इससे पहले ही लादेन ने जयराम को मौत के घाट उतार दिया.
हरियाणा में जमाई अपनी पैठ
जयराम पटेल को मौत के घाट उतारने के बाद लादेन और उसके गैंग का इलाके में खौफ बढ़ने के साथ ही दबदबा भी कायम हो गया. इसके बाद लादेन ने इलाके के कारोबारियों और व्यापारियों से फिरौती मांगना शुरू कर दिया. देखते ही देखते लादेन की गैंग ने राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा में भी अपनी मजबूत पकड़ और बेहतर धाक जमा ली. बताया जाता है कि लादेन अधिकतर वारदातों को 26 और 29 तारीखों को ही अंजाम दिया करता था. ऐसा करने के पीछे की असली वजह क्या है ये तो किसी को नहीं पता.
सोशल मीडिया के जरिये सिक्का जमाने की हनक
विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन को अपराध की दुनिया का हीरो कहा जाता है. विक्रम सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो खीचकर डालने के साथ ही अपनी लग्जरी लाइफ की तस्वीरें भी शेयर किया करता था. देखा जाए तो सोशल मीडिया पर उसके लाखों फोलोअर्स हैं.कहते हैं कि अपनी इस दिखावटी दुनिया की मदद से वह युवाओं को गुमराह करके अपराध की दुनिया में कदम रखने के लिए उकसाता है. कहते हैं कि लादेन अपनी गैंग में शामिल होने वाले युवाओं से पहले वारदातें कराता है. इसके बाद युवाओं को किसी ना किसी केस में फंसा देता है, ताकि उसकी गैंग को वो शख्स कभी भी छोड़ ना सके.
साल 2022 में हुई लादेन की गिरफ्तारी
जयपुर कमिश्नरेट की सीएसटी ने साल 2022 में 30 दिसंबर को विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन को अवैध हथियारों और एक साथी के साथ जयपुर में अरेस्ट कर लिया था. तब विक्रम और उसके साथी के पास से पुलिस को एक अवैध पिस्टल, एक देशी कट्टा, सात कारतूस और एक कार बरामद की गई थी. बताया जाता है कि विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन जयपुर में नए साल का जश्न मनाने के लिए आया हुआ था. लादेन के जयपुर आने की भनक लगते हि लेकिन पुलिस को भनक लगते ही उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया था. उस समय भी उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया था.
राजस्थान में दर्ज हैं करीब 30 मामले
विक्रम गुर्जर के खिलाफ केवल राजस्थान में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, अपहरण, फिरौती, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और आबकारी अधिनियम जैसी संगीन धाराओं में तकरीबन 30 मामले दर्ज हैं. उसकी गैंग का नाम लादेन गैंग है. जो राजस्थान में अलवर, भिवाड़ी, बहरोड़, भरतपुर, कोटपूतली, जयपुर ग्रामीण में आपराधिक वारदातें अंजाम दे रही है. इसके अलावा दिल्ली, गुड़गांव और हरियाणा में भी विक्रम गुर्जर और उसकी गैंग के खिलाफ मामले दर्ज हैं.