सीरिया के बाद ईरान पर हमले के लिए इज़राइल तैयार, परमाणु ठिकाने पर गरजेगा F-35 जंगी जेट?
इज़राइल ने सीरिया एयर फोर्स के 107 उपकरण और 47 रेडार तबाह किये हैं। सीरिया के लटाविया में नेवल बेस पर बमबारी कर इज़राइल ने 15 बैटलशिप को धुआं धुआं कर डाला है। सीरिया में नेतान्याहू आर्मी ने अब तक 1800 से ज्यादा हथियार इस्तेमाल किये हैं।
सीरिया को इजराइल से दुश्मनी की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। कमांडर जूलानी, के साथ ऐर्दोआन और ईरान को भी ये दुश्मनी बहुत महंगी पड़ने लगी है। नेतन्याहू ने हाथ आए मौके को बखूबी भुना लिया है। सीरिया में टेरर ग्रुप पर स्ट्राइक का बहाना बनाकर इजराइल दुश्मनों को दम उखाड़ दिया है। इजराइल के हमले हर गुजरते दिन तेज होते जा रहे हैं। नेतन्याहू आर्मी ने बशर अल असद की बनाई सीरिया फोर्स की टोटल तबाही का सैन्य अभियान चला रखा है । 9 दिसंबर से शुरू हुए सीरियल हवाई हमले में इजराइल ने सीरिया के सभी टेरर ग्रुप को तो जमकर पीटा है साथ ही दुश्मन देश के सैन्य बलों को बर्बाद कर दिया है। असद सरकार के तख्तापलट के बाद इजराइल ने हवाई हमला कर सीरिया के 85% से ज्यादा एयर पावर कबाड़ बना दिये हैं।
कमांडर जूलानी के 480 ठिकाने पर बमबारी
इजराइल ने सीरिया एयर फोर्स के 107 उपकरण और 47 रेडार तबाह किये हैं। सीरिया के लटाविया में नेवल बेस पर बमबारी कर इजराइल ने 15 बैटलशिप को धुआं धुआं कर डाला है। सीरिया में नेतान्याहू आर्मी ने अब तक 1800 से ज्यादा हथियार इस्तेमाल किये हैं। इन हथियारों से कमांडर जूलानी के 480 ठिकाने पर बमबारी की गई है। इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैट्ज़ ने हमले के बाद ऐलान किया है कि IDF ने ईरान समर्थित सभी आतंकी गुटों को घुटने पर ला दिया है।अपने बयान में गैट्ज ने कहा है कि हमने ग़ाज़ा में सभी भुजाओं को काट दिया है, ऐसे ही हमने लेबनान में सभी भुजाओं को ख़त्म कर दिया है और अब सीरिया में असद के तख़्तापलट के बाद उसके सभी बड़े मददगारों का ख़ात्मा कर दिया है। सीरिया के माउंट हारमोन से मिलिटरी ऑपरेशन अंजाम दे रहे इजराइल की रेंज में पूरा सीरिया आ चुका है। इजराइल डिफेंस फोर्स बिना किसी परेशानी के दुश्मनों के अड्डे पर कहर बनकर टूट पड़ रहे हैं।
बशर की जगह अब जूलानी की बादशाहत
बता दें सीरिया के हालात पहले की तरह है फर्क बस ये आया है कि दमिश्क में बशर की जगह अब कमांडर जूलानी की बादशाहत है। इजराइल के भीषण हमले के बीच कमांडर जूलानी ने सीरिया में गोलीबारी कर जश्न मनाने से अपने लड़ाकों को रोका है। हालांकि जूलानी को अंदाजा नहीं है कि नेतन्याहू का अगला टारगेट क्या है। नेतन्याहू आर्मी तेहरान में ऐटमी साइट को दहलाने का प्लैन बना चुकी हैं। जबकी कमांडर जूलानी फौजी लिबास उतारकर सीरिया की सत्ता संभालने के सब्जबाग सजा रहे हैं। नेतन्याहू के वॉर प्लैन ने ईरान को थर्रा दिया है।
ईरान के एटमी अड्डों पर हमले की मेगा तैयारी !
टाइम्स ऑफ़ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक़ इजराइल डिफेंस फोर्स ने पीएम नेतन्याहू को जानकारी दी है कि ईरान के एटमी अड्डे को तबाह करने का ये सबसे अच्छा मौका है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आईडीएफ ने जंगी जेटों से ईरान के एटमी ठिकानों पर हमले की तैयारी भी शुरू कर दी है। ईरान के ऐटमी साइट को निशाना बनाने की कई वजहें IDF की तरफ से गिनाई गई हैं। इजराइल डिफेंस फोर्स को ईरान में एयर ऑपरेशन में लेबनान से कोई रोक टोक नहीं करने वाला है सीरिया की एयर पावर को ख़त्म करके इजराइल को दूसरा सेफ रूट ईरान को दहलाने का मिल चुका है हिज़्बुल्लाह, हमास और हूथी विद्रोहियों का गिरा हुआ मनोबल इजराइल के लिए हमले का बेहतरीन मौका है सीरिया में तुर्की और ईरान के टक्कर को भी नेतनयाहू के लिए अच्छा अवसर माना जा रहा है।
'बशर की हार, ईरान की शर्मनाक हार'
आईडीएफ के एक्शन प्लान की डीटेल मिलने के बाद पीएम नेतन्याहू ने ईरान के सुप्रीम लीडर पर तंज कसा है। सीरिया में ईरान समर्थक बशर की हार को नेतन्याहू ने ईरान की शर्मनाक हार बताया है। नेतन्याहू ने अपने बयान में कहा है कि एक इतिहास हमारे सामने घटा है। ईरान इस समय जो महसूस कर रहा है उसकी सिर्फ़ कल्पना की जा सकती है। सीरिया में असद के समर्थन में 30 बिलियन डॉलर ख़र्च करना बेमानी रहा। सिर्फ़ 11 दिन की लड़ाई में ईरान का साम्राज्य सीरिया में ढह गया। इजराइल ने आज तक जो धमकी दी है वो सच हुई है। चाहे वो हमास के सफाये की हो। चाहे हिज्बुल्लाह की बर्बादी की हो। चाहे वो सीरिया के टेरर ग्रुप क्यों न हो। इजराइल जिसे निशाने पर लिया है उसका काम तमाम कर डाला है ईरान तो इजडराइल का दुश्मन नंबर वन है। तमाम फसाद की जड़ को नेतनयाहू उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं। अगर ईरान के ऐटमी साइट को इजराइल दहलाएगा तो टॉप पर जो न्यूक्लियर अड्डा है वो है नतांज। जहां ईरान अंधाधुंध यूरेनियम संवर्धन में जुटा है।
परमाणु बम का हो सकता है इस्तेमाल
पश्चिमी मीडिया में दावा किया जाता है कि ईरान के पास 8 से 10 परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम का भंडार है लेकिन हाल ही में हुए परमाणु समझौते के बाद ईरान ने यूरेनियम भंडार को 98% तक कम करने की हामी भरी है। ईरान ने यूरेनियम संवर्धन के स्तर को 3।67% पर रखने की शर्त मान ली है। फिलहाल ईरान नतांज़ और फ़ोर्डो न्यूक्लियर साइट पर यूरेनियम संवर्धन कर रहा है। ईरान के पास 20,000 सेंट्रीफ्यूज होने का अनुमान जताया जाता है। ईरान ने नई डील के बाद ईरान को फोर्डो प्लांट पर किसी तरह के यूरेनियम संवर्धन पर ब्रेक लगा दी है लेकिन ख़ामेनेई के नतांज न्यूक्लियर साइट पर एटमी प्रोग्राम धड़ल्ले से चल रहा है। जिसे तबाह करने के बाद ही इजराइल शांति से बैठ सकेगा। हालांकि ईरान के न्यूक्लियर साइट पर हमले के बाद ऐटमी युद्ध का ख़तरा सभी हदें पार सकता है पश्चिमी देशों ने भी इजराइल के इस प्लान का पहले ही विरोध कर रखा है। अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु ठिकाने पर हमले से इजराइल को बचने की नसीहत दी है,। मगर ये भी साफ है कि इजराइल दुश्मन को कभी बख्शता नहीं। ईरान समर्थक फाइटर ग्रुप की बर्बादी इसका प्रमाण है।