Lawrence का 'राइटहैंड' जिसने Gang में जोड़े 600 से ज्यादा शॉर्प शूटर्स, नेशनल खिलाड़ी से ऐसे बना गैंगस्टर !
लॉरेंस विश्नोई का नाम तो आपने भी सुना होगा और पढ़ा होगा, लेकिन उसके राइट हैंड के कारनामों को जानेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे. आज बात लॉरेंस विश्नोई के राइट हैंड की, जिसने न सिर्फ अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व स्थापित किया बल्कि लॉरेंस के गैंग को भी संभाला हुआ है.
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को तो ज्यादातर लोग जानते है, लेकिन उसके राइट हैंड कहे जाने वाले गैंगस्टर की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है, जिसने न सिर्फ अपने दम पर लॉरेंस के गैंग को खड़ा किया बल्कि ऐसा वर्चस्व बनाया है जिसके चर्चे आज भी जुर्म की गलियों में सुनाई देते हैं. कारोबारियों से रंगदारी लेने हो या कॉन्ट्रेक्ट कीलिंग हो हर मामलों में गैंगस्टर लॉरेंस के राइट हैंड का नाम जरूर सुनाई देता है, ये नाम कोई और नहीं बल्कि संपन नेहरा है, जिसने अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाया है. क्योंकि लॉरेंस तो जेल में है लेकिन संपत नेहरा उसरे गैंग को आगे बढ़ा रहा है, कहा तो ये भी जाता है कि संपत नेहरा का काम है गैंग में नए साथियों को जोड़ना. नए लड़कों को बिश्नोई गैंग का हिस्सा बनाना और फिर उन्हें हथियार पहुंचाना संपत नेहरा का ही जिम्मा है.
जेल में रहकर कर रहा गैंग के नेटवर्क ऑपरेट
संपत नेहरा लॉरेंस विश्नोई के साथ जेल में है लेकिन सोशल साइट से लेकर उसने इतना मजबूत नेटवर्क तैयार कर दिया है कि इस गैंग में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. लॉरेंस के लिए अब संपत नेहरा एक मैनेजर की तरह है जो विश्नोई गैंग की ताकत बन चुका है. खबरों के मुताबिक विश्नोई गैंग में 600 से ज्यादा शार्प शूटर हैं. वहीं दिल्ली पुलिस का दावा है कि जब संपत नेहरा जेल से बाहर था तो वो क्राइम करके साउथ भाग जाता था. वो अपनी पहचान बदलकर लंबे समय तक वहां रहा करता था और इस दौरान विश्नोई गैंग को उसने लगातार आगे बढ़ाया. संपत नेहरा बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकाने की साजिश के मामले में गिरफ्तार होने के बाद सुर्ख़ियों में आया था.
राजस्थान के रायगढ़ का रहने वाला है संपत नेहरा
अब आपको बताते हैं लॉरेंस के इस मैनेजर की पुरी क्राइम कुंडली. संपत मूल रूप से राजस्थान के रायगढ़ का रहने वाला है. संपत के पिता रामचंद्र चंडीगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे. राजस्थान में जन्मे संपत नेहरा का बचपन पंजाब में बीता है. विश्नोई से संपत की मुलाकात पंजाब यूनिवर्सिटी में हुई. संपत तब चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में लॉरेंस विश्नोई का जूनियर था संपत नेशनल लेवल रेस में सिल्वर मेडलिस्ट भी बना. कॉलेज में वो लॉरेंस के बनाए ग्रुप का प्रेसिडेंट भी रह चुका है लॉरेंस से मुलाकात के बाद संपत नेहरा ने एथलेटिक्स छोड़ अपराध की दुनिया में कदम रखा.
पहचान छुपाने में है संपत नेहरा को महारत हासिल
पहली बार साल 2016 में संपत को कार लूटने के मामले में गिरफ्तार किया गया. साल 2017 में पुलिस की आंखों में मिर्ची झोंककर संपत नेहरा रफूचक्कर हो गया. लॉरेंस के एक इशारे पर वो कोई भी गुनाह करने को हमेशा तैयार हो जाता है. संपत पर हत्या, हत्या की कोशिश से जुड़े दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. संपत नेहरा को पहचान छुपाने में भी महारत हासिल है. दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान में उसने कई वारदातों को अंजाम दिया है. संपत पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में कुल 25 केस दर्ज है. जिनमें से 12 केस मर्डर के हैं. संपत की मदद से लॉरेंस ने कई हत्याओं को अमली जामा पहनाया है. हरियाणा, पंजाब और राजस्थान पुलिस ने संपत नेहरा पर 2 लाख का इनाम भी घोषित किया हुआ था. लॉरेंस से मुलाकात के बाद संपत नेहरा की क्राइम कुंडली खुल गई.
सलमान खान के चलते सुर्खियों में आया संपत
साल 2018 ये वो साल था जब लॉरेंस का खास गुर्गा संपत नेहरा पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जब वो बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान को जान से मारने की साजिश रच रहा था. साल 2018 में ही सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पहली बार जान से मारने की धमकी दी थी. काले हिरण शिकार केस का बदला लेने के लिए बॉलीवुड एक्टर सलमान खान बिश्नोई गैंग के टारगेट पर है. उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां तक कि वो अब बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलते हैं. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के आदमी संपत नेहरा ने मुंबई जाकर सलमान खान के घर की रेकी तक की थी और वो उसकी हिट लिस्ट में पहले नंबर पर है. पुलिस ने खुलासा किया था की लॉरेंस ने सलमान को मारने का काम संपत नेहरा को सौंपा था.
तेलंगाना से किया गया था संपत नेहरा को गिरफ्तार
सलमान खान को मारने से पहले संपत अपने गांव गया और फिर वहां से उसने स्प्रिंग राइफल का इंतजाम किया. दो बार तो लॉरेंस के शूटर फिल्मी टाइगर सलमान खान के बेहद करीब तक पहुंच चुके थे. सलमान को निशाना बनाने के लिए खरीदी गई स्प्रिंग राइफल की कीमत जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस ने ही चुकाई थी. गैंगस्टर लॉरेंस ने अपने करीबी हथियार सप्लायर से 4 लाख में वो राइफल खरीदी और फिर संपत को पहुंचाई लेकिन राइफल के साथ मुंबई लौटने से पहले ही नेहरा पुलिस के हत्थे चढ़ गया. तेलंगाना में अपनी पहचान छुपाकर वो अपने काम में जुटा हुआ था लेकिन हरियाणा पुलिस ने उसे धर दबोचा और उसके बाद से वो जेल में बंद है.