अगर किसी महिला को है ये बीमारी तो गलती से भी न करें बेबी प्लान, हो सकता है बड़ा खतरा, पढ़िए ये रिपोर्ट
अगर कोई महिला टीबी से पीड़ित है तो इस दौरान कभी भी बच्चे की प्लानिंग नहीं करनी चाहिए। टीबी ठीक होने के बाद ही इस बारे में सोचना चाहिए।
शादी के बाद हर महिला चाहती है कि उसके घर में एक नन्हा बच्चा हो। लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी भी हैं जो अगर किसी महिला को हैं तो उसे प्रेग्नेंसी प्लान नहीं करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इन बीमारियों में बच्चा प्लान करने से बच्चे और मां दोनों की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन बीमारियों में या तो बच्चा प्लान नहीं करना चाहिए या फिर कुछ सालों का गैप लेकर ही इस बारे में सोचना चाहिए।
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आइए एक्सपर्ट से जानते हैं ऐसी ही 4 बीमारियों के बारे में जिनमें बच्चा प्लान करने से बचना चाहिए। दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में गायनोकोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉ. मंजू वर्मा का कहना है कि अगर किसी महिला को हार्ट डिजीज है यानी महिला का दिल कमजोर है या उसे हार्ट डिजीज की वजह से अटैक आ चुका है या कार्डियक अरेस्ट हुआ है और महिला कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की आखिरी स्टेज में है तो उसे बच्चा प्लान नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस स्टेज में दिल काफी कमजोर होता है। महिला को सांस लेने में दिक्कत होती है। वो कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाती। उसकी तबीयत खराब रहती है। ऐसे में अगर बच्चा प्लान किया जाता है तो मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है।
टीबी रोग
अगर कोई महिला टीबी से पीड़ित है तो इस दौरान कभी भी बच्चे की प्लानिंग नहीं करनी चाहिए। टीबी ठीक होने के बाद ही इस बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि अगर टीबी है तो मां से बच्चे में इसके जाने का खतरा रहता है। ऐसे में बच्चे की सेहत पर असर पड़ सकता है। डॉ. मंजू कहती हैं कि पहले टीबी का पूरा इलाज करवाएं और उसके बाद ही बच्चे की प्लानिंग के बारे में सोचें। टीबी की तरह ही एचआईवी में भी बच्चे की प्लानिंग से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
गंभीर किडनी रोग
सफदरजंग अस्पताल में गायनोकोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉ. सलोनी कहती हैं कि अगर किसी महिला को किडनी की गंभीर बीमारी है और महिला डायलिसिस पर है तो भी बच्चे की प्लानिंग नहीं करनी चाहिए। क्योंकि किडनी रोग से संक्रमण होता है जो बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। जब महिला का डायलिसिस खत्म हो जाए या किडनी ट्रांसप्लांट हो जाए तो कम से कम तीन साल बाद बच्चे की प्लानिंग करनी चाहिए। इसके लिए भी आपको पहले डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।