Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

भजनलाल सरकार का 1 साल, राजस्थान में बीजेपी का सियासी 'शक्ति प्रदर्शन', डबल इंजन का दिखाया दम, पीएम ने कही ये बड़ी बात

राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी की पकड़ मजबूत रही है। ऐसे में भजनलाल सरकार के 1 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन सीधे-सीधे लोकसभा चुनावों के लिए जनसमर्थन जुटाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

भजनलाल सरकार का 1 साल, राजस्थान में बीजेपी का सियासी 'शक्ति प्रदर्शन', डबल इंजन का दिखाया दम, पीएम ने कही ये बड़ी बात

राजस्थान में भजनलाल शर्मा सरकार के 1 साल पूरे होने के जश्न के बहाने भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों की मजबूत शुरुआत कर दी है। जयपुर के दादिया में आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आना सिर्फ सरकारी उपलब्धियों का गुणगान भर नहीं है, बल्कि इसका गहरा राजनीतिक संदेश भी है।

लोकसभा चुनाव पर फोकस
राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी की पकड़ मजबूत रही है। ऐसे में भजनलाल सरकार के 1 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन सीधे-सीधे लोकसभा चुनावों के लिए जनसमर्थन जुटाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। मोदी सरकार द्वारा 1 लाख करोड़ की सौगात और ‘पार्वती-कालीसिंध-चंबल कैनाल प्रोजेक्ट’ का शिलान्यास राज्य के विकास के वादे को मजबूत करेगा और ग्रामीण मतदाताओं को साधने की कवायद भी होगी।

जल संकट के मुद्दे पर घेराबंदी
इस परियोजना का राजनीतिक फायदा केवल राजस्थान तक सीमित नहीं रहेगा। मध्य प्रदेश में भी इसका असर पड़ेगा, जहां पानी की समस्या एक बड़ा चुनावी मुद्दा है। इस प्रकार, मोदी सरकार ने ‘विकास’ और ‘पेयजल संकट’ जैसे मुद्दों के माध्यम से दो राज्यों के ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने की योजना बनाई है।

भव्य सभा और शक्ति प्रदर्शन
बीजेपी संगठन पीएम मोदी की इस सभा को एक बड़ी राजनीतिक ताकत के प्रदर्शन के तौर पर देख रहा है। लाखों की भीड़ जुटाकर पार्टी जनता को संदेश देना चाहती है कि राजस्थान में न केवल राज्य सरकार मजबूत है, बल्कि बीजेपी की पकड़ भी बरकरार है। इस आयोजन को भजनलाल सरकार के 1 साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करने के लिए तैयार किया गया है।

कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति
राजस्थान में बीजेपी सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पर हमलावर रुख अपना सकती है। ये सभा और प्रधानमंत्री का दौरा भजनलाल सरकार के कामों को जनता के बीच ले जाने और विपक्ष को कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस के लिए ये चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है क्योंकि भव्य आयोजन के बाद बीजेपी सरकार की लोकप्रियता में और इजाफा होने की संभावना है।

सियासी निहितार्थ
पीएम मोदी का ये दौरा न केवल एक सरकारी समारोह है, बल्कि ये लोकसभा चुनाव के लिए रणनीतिक पिच तैयार करने का प्रयास है। विकास की सौगातों और बड़े आयोजनों के जरिए बीजेपी जनता को ये संदेश देने में जुटी है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए ‘डबल इंजन सरकार’ ही सबसे बेहतर विकल्प है।