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Churu news: नगर परिषद में चली विशेष बैठक...लेकिन कांग्रेस पार्षदों ने किया कुछ ऐसा, सब हो गए हैरान...

मामले को लेकर चूरू विधायक हरलाल सहारण का कहना है कि पिछले 4 वर्षों में नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार हुआ।

Churu news: नगर परिषद में चली विशेष बैठक...लेकिन कांग्रेस पार्षदों ने किया कुछ ऐसा, सब हो गए हैरान...

नगर परिषद फिर एक बार चर्चा का विषय बन गई है, विशेष बैठक रखी गई थी जो हंगामा की भेंट चढ़ गई। आयुक्त नगर परिषद अभिलाष सिंह के द्वारा विशेष बैठक आयोजित की, गई जिसमें चार एजेंडे रखे गए थे, लेकिन कांग्रेसी पार्षदों के विरोध के बाद व सर्वसम्मति नहीं बनने से सभी चारों एजेंडे निरस्त कर दिए गए। 

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मामले को लेकर नगर परिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह ने कहा की पार्षदों के प्रार्थना पत्र के बाद नियमों के अनुसार विशेष बैठक का प्रावधान किया गया था, बैठक में एजेंडो के पक्ष में 21 मत मिले, सर्वसम्मिति नहीं बनने से नियमानुसार एजेंडे निरस्त किये गए हैं।

नगर परिषद में जमकर हुआ भ्रष्टाचार

वहीं पूरे मामले को लेकर चूरू विधायक हरलाल सहारण का कहना है कि पिछले 4 वर्षों में नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार हुआ, जयपुर रहती है मैडम वहाँ से भी मीटिंग को रद्द करवाने के प्रयास किये, अब तीन मुद्दों को छोड़ देते लेकिन सफाई जैसे मुद्दे पर भी कांग्रेस के पार्षदों व सभापति का राजनीति करना सरासर गलत है, उन्होंने वर्तमान में हटाए जा रहे अतिक्रमण का ठीकरा भी सभापति के सर फोड़ते हुए कहा कि ज़ब प्रस्ताव भेजे गए थे उसमें गलत माप देने से आमजन को अपने घर घुसने में भी तकलीफ हो रही है, अब जनता की मांग के बाद उसे दुरुस्त करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

पढ़ाई लिखाई में कच्चे है विधायक

वही सभापति पायल सैनी ने विधायक के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा की विधायक पढ़ाई लिखाई में कच्चे हैं, विधि व नियमों की जानकारी नहीं इसलिए करते हैं बेतुकी बातें, सैनी ने चुटकीयां लेते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र राठौड़ का हवाला देकर कहा कि ज़ब वे विधायक थे तो कम से कम ऐसी बेतुकी बातें तो नहीं करते थे।

हम आपको बता दें कि विशेष बैठक में कुल चार एजेंट रखे गए थे जिनमें : घर-घर कचरा संग्रहण, MRF/ANSW के रखरखाव, खांचा भूमि संबंधी विचाराधीन प्रकरणों पर विचार विमर्श, व परिषद के कबाड की नीलामी करने के थे। बहरहाल चारों ही बिंदुओं को तो बैठक में निरस्त कर दिया है लेकिन सियासी गलियारों में एक बार फिर नगर परिषद चर्चा में जरूर आ गई है। 

रिपोर्ट कौशल शर्मा