Rajasthan By-Election: उपचुनाव के रिजल्ट से पहले नरेश मीणा की रिहाई की मांग, सरकार पर उठे सवाल ! पढ़े पूरी खबर
राजस्थान के टोंक जिले के समरावता में उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा के बाद नरेश मीणा की गिरफ्तारी के विरोध में कोटा में विशाल प्रदर्शन। एसडीएम और जिला कलेक्टर पर कार्रवाई की मांग। पढ़ें पूरी खबर।
खबर राजस्थान से है। जहां उपचुनाव के दौरान टोंक जिले के समरावता में हुए उपद्रव के बाद नरेश मीणा को गिरफ्तार किया गया है। समर्थक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। समारवता गांव से निकलकर उनके समर्थन में प्रदेश के गई संगठन और लोग आ गए हैं। इसी कड़ी में कोटा में भी सर्व समाज द्वारा जिले कलेक्ट्रे के सामने विशाल प्रदर्शन किया गया। कोटा दक्षिण नगर निगम के डिप्टी मेयर पवन मीणा के नेतृत्व में लोग कोटा जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। प्रदर्शन को देखते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
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सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा
इससे इतर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रशासन- सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मीडिया से बात करते हुए कोटा दक्षिण नगर निगम के उप महापौर पवन मीणा ने कहा, टोंक जिले के समरावता में उपचुनाव के दौरान जो कुछ हुआ वो पूरे देश ने देखा। आखिर कोई अधिकारी लोकतंत्र वाले इस देश में आम लोगों के साथ मतदान के नाम पर जबरदस्ती कैसे कर सकता है। जब नरेश मीणा ने इसका विरोध किया तो बात बढ़ गई। आगे कहा कि एसडीएम से जबरन वोट डलवाने से नाराज होकर नरेश मीणा की एसडीएम के साथ हाथापाई की थी।
एसडीएम पर कार्रवाई की मांग
बता दें, एसडीएम अमित चौधरी और जिला कलेक्टर सौम्या झां के खिलाफ का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की और कहा कि जनता के विश्वास से खेलने वाले इन अधिकारियों को निलंबित करना चाहिए। आरोप लगाया कि पुलिस ने गांव में घुसकर उपद्रव मचाया और बेगुनाह लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही, उन्होंने इन गिरफ्तारियों को रिहा करने और लोगों की संपत्ति के नुकसान की भरपाई करने की मांग की। पवन मीणा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इन मांगों को नहीं माना, तो यह आंदोलन जल्द ही उग्र रूप ले सकता है।