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Rajasthan news: अर्धनग्न होकर लाइन में लगा छात्र...उतरवा लिए कपड़े, एक क्लिक कर जानें क्या है पूरा मामला

राजस्थान में आज से तीन दिवसीय सीनियर सेकेंडरी स्तर की यह परीक्षा शुरू हुई है। सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर आज इस परीक्षा का पहला दिन था।

Rajasthan news: अर्धनग्न होकर लाइन में लगा छात्र...उतरवा लिए कपड़े, एक क्लिक कर जानें क्या है पूरा मामला

राजस्थान में कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित सामान्य पात्रता (सीईटी) परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कई जगह तो परीक्षा देने आए विद्यार्थियों की टी-शर्ट तक उतरवा दी गई। छात्राओं के मंगलसूत्र, क्लिप व अन्य आभूषण भी उतरवाकर परीक्षा केंद्र के बाहर रखवा दिए गए। इसी क्रम में एक तस्वीर सवाई माधोपुर जिले से भी आई है। यहां कई अभ्यर्थी नंगे बदन, हाथों में टी-शर्ट थामे परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते नजर आए।

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राजस्थान में आज से तीन दिवसीय सीनियर सेकेंडरी स्तर की यह परीक्षा शुरू हुई है। सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर आज इस परीक्षा का पहला दिन था। यहां बुधवार और गुरुवार को भी परीक्षा होनी है। सुबह 9 बजे से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए अभ्यर्थी सुबह 8 बजे से ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने लगे थे। परीक्षा केंद्र के गेट पर ही सघन जांच की व्यवस्था थी। इसमें विद्यार्थियों के चप्पल, जूते व टी-शर्ट उतरवाकर भी जांच की गई। परीक्षा केंद्र के बाहर ही टी-शर्ट उतरवा दी गई। कई विद्यार्थियों की टी-शर्ट उतरवाकर गेट पर ही रखवा दी गई। इसके बाद ये छात्राएं नग्न अवस्था में ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर पाईं। प्रथम पारी में यह परीक्षा दोपहर 2 बजे तक हुई।

कुल 33 परीक्षा केंद्र बनाए गए

इसके बाद द्वितीय पारी की परीक्षा दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक हुई। सवाई माधोपुर जिले में इस परीक्षा के लिए कुल 33 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यहां 56 हजार 188 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वहीं इस परीक्षा के दौरान छात्राओं के साथ सख्ती भी बरती गई। महिलाओं को मंगलसूत्र भी उतारना पड़ा परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले उनके कानों से बालियां, गले से मंगलसूत्र और बालों में पहने गए क्लिप आदि भी परीक्षा केंद्र के बाहर ही उतरवा दिए गए। जिला कलेक्टर शुभम चौधरी ने सीईटी-परीक्षा 2024 के पारदर्शी, निष्पक्ष और सफल संचालन के लिए सोमवार को ही संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि किसी भी स्थिति में परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।