राजस्थान की राजनीति में उफान, 'राइजिंग राजस्थान' पर खाचरियावास का जबरदस्त तंज ! महंगी स्कॉच और सस्ती राजनीति, देखें
खाचरियावास ने ये भी बताया कि स्कॉच की एक बोतल की कीमत इतनी है कि वो आम आदमी के पूरे महीने के खर्चे के बराबर हो सकती है! उन्होंने कहा, ये एक दर्दनाक सच्चाई है कि राजस्थान के लोग देसी शराब की मांग कर रहे हैं।
आज राजस्थान कांग्रेस ने जयपुर में केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें अडानी, मणिपुर हिंसा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा मचाया गया। लेकिन इस विरोध प्रदर्शन में एक बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, और वो 'राइजिंग राजस्थान' इवेंट के बारे में कुछ ऐसा कह गए कि हर कोई हैरान रह गया।
राइजिंग राजस्थान में नाच-गाना और स्कॉच
खाचरियावास ने राइजिंग राजस्थान इवेंट पर तंज कसते हुए कहा, वहां नाच-गाना हो रहा है, लोग स्कॉच पी रहे हैं, लेकिन आम आदमी को देसी शराब तक नहीं मिल रही। उन्होंने इवेंट में स्कॉच की कीमतों पर सवाल उठाए और कहा कि 24000 रुपये की स्कॉच पी जा रही है और इस पार्टी में बैठे लोग मस्ती कर रहे हैं, जबकि लोग देसी शराब को तरस रहे हैं।
महंगी बोतलें और आम आदमी की पीड़ा!
खाचरियावास ने ये भी बताया कि स्कॉच की एक बोतल की कीमत इतनी है कि वो आम आदमी के पूरे महीने के खर्चे के बराबर हो सकती है! उन्होंने कहा, ये एक दर्दनाक सच्चाई है कि राजस्थान के लोग देसी शराब की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के नेताओं और इवेंट में मौजूद लोगों को महंगी स्कॉच पीने का मौका मिल रहा है। ये कितना दुखद है कि राज्य में इतनी बड़ी असमानता हो!
राजस्थान की सियासत का असली रंग
ये बयान केवल खाचरियावास का व्यक्तिगत विचार नहीं था, बल्कि ये राज्य के उन लाखों लोगों की चिंता थी जो रोज़मर्रा की जरूरतों के लिए जूझ रहे हैं। राइजिंग राजस्थान के भव्य आयोजनों और इसके चमचमाते चेहरे के पीछे राज्य के आम लोगों की परेशानियों का कोई हल नहीं दिखाई दे रहा है।
भजनलाल सरकार पर हमला
खाचरियावास ने कहा, आप लोग स्कॉच पी रहे हैं और डांस कर रहे हैं, लेकिन आम आदमी को देसी शराब भी नहीं मिल रही। आप सच्चाई से मुंह मोड़ रहे हैं और महंगी स्कॉच पर ध्यान दे रहे हैं। ये कितनी बड़ी दुख की बात है। भजनलाल जी आप बताइए, क्या ये सही है? उनका ये बयान एक सशक्त सवाल था, जो राजस्थान की सियासी स्थिति पर सीधा प्रहार कर रहा था।
इवेंट और स्कॉच के बीच की खाई
खाचरियावास ने फिर कहा, जब लोग सरकारी मदद के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, तो ये इवेंट उनके लिए एक बड़ा झटका है। राजस्थान के लोग चाहते हैं कि सरकार उनकी परेशानियों को समझे, न कि केवल महंगे इवेंट्स और स्कॉच पर ध्यान दे!
राजस्थान का असली मुद्दा
खाचरियावास का बयान साफ तौर पर ये संदेश दे रहा था कि राजस्थान में असली समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है, न कि सिर्फ सरकार के भव्य आयोजनों और दिखावे पर। ये बयान राजस्थान की सियासत के असली चेहरे को उजागर करता है, जो जनता की समस्याओं से दूर है।
इस विवादित बयान के बाद, अब राइजिंग राजस्थान इवेंट और राजस्थान सरकार के कृत्य सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। खाचरियावास का ये बयान सरकार की नीतियों और उनके आयोजनों पर कड़ी आलोचना है, जो अब राजनीतिक हलकों में एक नई बहस छेड़ चुका है।