Jaipur News: राज्यपाल ने दी पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि, उनकी कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं - बागड़े
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ अपनी यादें भी साझा कीं और कहा कि उनके सान्निध्य में होना किसी महामानव के करीब होने जैसा है।
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने आज धानक्या स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से जुड़ी यादों पर आधारित संग्रहालय का भी अवलोकन किया और कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का संपूर्ण जीवन आदर्शों का प्रकाश था।
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भारतीय सनातन संस्कृति को अलग पहचान दिलाई
हरिभाऊ बागड़े ने कहा, ‘‘एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय सनातन संस्कृति को समकालीन परिप्रेक्ष्य में आधुनिक दृष्टि दी।’’ उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ अपनी यादें भी साझा कीं और कहा कि उनके सान्निध्य में होना किसी महामानव के करीब होने जैसा है।राज्यपाल ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने न केवल हमें एकात्म मानववाद का मूल दर्शन दिया, बल्कि अंत्योदय के विचारों और शिक्षाओं के माध्यम से आम लोगों के कल्याण के लिए भी प्रेरित किया।
कथनी और करनी एक जैसी थी
राजभवन के बयान के अनुसार, मुंबई में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ जुड़ाव को याद करते हुए उन्होंने कहा, "पंडित दीनदयाल जी की कथनी और करनी एक जैसी थी। वे महान मानवीय दृष्टि वाले युगपुरुष थे।"
इस अवसर पर राजस्थान हेरिटेज बोर्ड के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने पंडित उपाध्याय के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।