Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Jhalawar News: शराब ठेके पर दो बार फायरिंग, किसके संरक्षण में फल-फूल रहा है अपराध? बढ़ते अपराध पर सवाल, जानें पूरा मामला

ये घटनाएं केवल एक ठेके पर हुई वारदातें नहीं हैं, बल्कि व्यवसायियों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवालिया निशान हैं। किस तरह से खुलेआम गुंडागर्दी और चौथ वसूली जैसी घटनाएं हो रही हैं, ये प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।

Jhalawar News: शराब ठेके पर दो बार फायरिंग, किसके संरक्षण में फल-फूल रहा है अपराध? बढ़ते अपराध पर सवाल, जानें पूरा मामला

झालावाड़ में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आम जनता में दहशत का माहौल है। हाल ही में बस स्टैंड स्थित शराब ठेके पर हुई दो फायरिंग की घटनाओं ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने भले ही कुछ गिरफ्तारियां की हैं, लेकिन शहर में बढ़ते अपराध के पीछे के असली कारणों और इसके समाधान पर ध्यान देने की जरूरत है।

इसे भी पढ़िये – Baran News: जनजातीय गौरव दिवस, सिर्फ एक समारोह या बदलाव की शुरुआत? बदलेगी 80 हजार करोड़ से आदिवासियों की जिंदगी?

शराब ठेके पर फिर गोलियां

पहली घटना 1 नवंबर को हुई थी, जब गोलू मीणा और पवन उर्फ सीपी नामक हिस्ट्रीशीटरों ने ठेके के कर्मचारियों के साथ मारपीट और लूटपाट की। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद 11 नवंबर को पवन और उसके साथियों ने फिर से ठेके पर धावा बोला और जान से मारने की नीयत फायरिंग कर दहशत फैला दी।

पुलिस के हत्थे चढ़े हिस्ट्रीशीटर

पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए हथियार सप्लायर अंकित और चेतन को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, मुख्य आरोपी पवन उर्फ सी.पी. को भी कोटा से गिरफ्तार किया गया। फरार आरोपियों को पनाह देने के आरोप में गोविन्द मीणा और अतुल मैरोठा को भी पुलिस ने धर दबोचा है। चौथ वसूली के मामले में सुभाष मीणा को भी गिरफ्तार किया गया है।

झालावाड़ में दहशत का राज

ये घटनाएं केवल एक ठेके पर हुई वारदातें नहीं हैं, बल्कि व्यवसायियों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवालिया निशान हैं। किस तरह से खुलेआम गुंडागर्दी और चौथ वसूली जैसी घटनाएं हो रही हैं, ये प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस तरह के अपराधों की जड़ तक पहुंचने और उन्हें पूरी तरह से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। क्या पुलिस इस गिरोह के पीछे के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर पाएगी और क्या व्यापारियों को सुरक्षित माहौल मिल पाएगा, ये देखना बाकी है।

रिपोर्ट- अनीश आलम