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Rajasthan By-Election: 'रेवंत डांगा को दबाने की कोशिश कर रहे हैं बेनीवाल', ज्योति मिर्धा के बयान से भूचाल !

राजस्थान के खींवसर में होने वाले उपचुनाव में आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल और बीजेपी के बीच टक्कर तेज है। ज्योति मिर्धा ने भारत रफ्तार को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हनुमान बेनीवाल को मतलबी नेता बताया। और कहा जनता  उनकी सच्चाई देख चुकी है।

Rajasthan By-Election: 'रेवंत डांगा को दबाने की कोशिश कर रहे हैं बेनीवाल', ज्योति मिर्धा के बयान से भूचाल !

लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा या फिर उपचुनाव। हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा की सियासी अदावत जगजाहिर है। नागौर से सांसद बनने के बाद आरएलपी प्रमुख ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके चलते खींवसर सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस बार यहां पर मुकाबला टाइट है। बीजेपी ने बेनीवाल को कड़ी टक्कर देने के लिए रेवंत डांगा पर दांव लगाया है जो बीते चुनावों में केवल दो हजार वोटों से हारे थे। ऐसे में इस सीट का सियासी मिजाज क्या है और बीजेपी आरएलपी के गढ़ में सेंध लगाने के लिए कितनी तैयार है। इस बारे में भारत रफ्तार ने ज्योति मिर्धा से एक्सक्लूसिव बातचीत की,जिसके कुछ हम आपके लिए लेकर आये हैं। 

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'परिवार के सगे नहीं बेनीवाल'

आरएलपी पार्टी के शासन की तालीबान से तुलना करने वाली बीजेपी नेता ने हनुमान बेनीवाल को एक बार फिर आड़े हाथ लेते हुए पर्सनल अटैक किया। उन्होंने कहा जो लोग अपने परिवार के सगे नहीं है। वो जनता के क्या होंगे। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, इनके ऊपर धारा 376 के अलावा धारा 377 के मुकदमें चले हैं। एक बार धारा 302 का केस भी चला था। इन्हें बचाने के लिए इनके भाई जेल गये थे। बेनीवाल को बचाने के लिए उन्होंने आरोप अपने ऊपर ले लिये। यहां तक उनका देहांत भी जेल में हुआ था।  जिन्होंने राजनीतिक पारी में इनकी मदद की लेकिन उन्होंने समय आने पर उन्हें नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। जो अपने परिवार के सगे नहीं हुए,उसने और आप क्या उम्मीद रख सकते हैं। 

'रेवंत डांगा को दबाने की कोशिश'

ज्योति मिर्धा यही नहीं रूकी। उन्होने आगे पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस बार बीजेपी ज्यादा मजबूत स्थिति में है। बस यही बात बेनीवाल को रास नही आ रही है। उन्होंने रेवंत डांगा को भी दबाने की कोशिश है। आरएलपी के टिकट से रेवंत राम डांगा की पत्नी चुनाव जीती थीं, ये हर कोई जानता है। अशोक गहलोत से बेनीवाल के संबंध अच्छे थे लेकिन इसके बाद भी उन्होंने पंचायती राज का पैसा रिलीज नहीं कराया। जब बीजेपी सरकार तो सबसे पहले हमने ये काम किया। वह अपना मतलब निकालना जानते हैं। आजतक उनका कोई भी काम नहीं रूका। मिर्धा ने खुलास कि बेनीवाल को बीते दिनों एक नोटिस सर्व किया है। उन्होंने 2018 के बाद से अभी तक अपना बिजली का बिल नहीं भरा है। उनके घर का लगभग 10 लाख का बिजली बिल बकाया है। ये जनता द्वारा दी गई ताकत फायदा उठाते हैं। ये लोग खींवसर में जंगलराज चला रहे हैं लेकिन जनता अब सच्चाई देख चुकी है।