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Rajasthan By-Election: नरेश मीणा बने हीरो, बाबा को मिली फाइट ! हनुमान बेनीवाल क्यों टेंशन में आएं? जानें यहां

राजस्थान उपचुनाव परिणाम: बीजेपी-कांग्रेस में कांटे की टक्कर, सात सीटों के लिए आज होगी मतगणना। सचिन पायलट, किरोड़ीलाल मीणा, नरेश मीणा जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर। जानिए किस सीट पर कौन आगे?

Rajasthan By-Election: नरेश मीणा बने हीरो, बाबा को मिली फाइट ! हनुमान बेनीवाल क्यों टेंशन में आएं? जानें यहां

राजस्थान में सात सीटों पर हुए उपचुनावों के बाद अब रिजल्ट का इंतजार है। कल यानी 23 नवंबर को काउंटिंग होनी है। इस बार का इलेक्शन बीजेपी-कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। दिसबंर में भजनलाल सरकार एक साल पूरा होने वाला है। ऐसे में ये सीट सरकार के विकास कार्यों का रिपोर्टकार्ड होगा तो दूसरा कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। कांग्रेस इस बार सातों सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में उसका प्रदर्शन कैसे रहता है। इस पर एक्सपर्ट्स की निगाहें टिकी हैं। हालांकि अभी तक सामने आये एग्जिट पोल में बीजेपी-कांग्रेस के बीच मुकाबला टाइट बताया गया है लेकिन इसे लेकर राजनीतिक एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं। ये भी जानेंगे। 

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झुंझुनूं में कांग्रेस की स्थिति मजबूत

कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस जीत सकती है। यहां पर पार्टी ने बृजेंद्र ओला के बेते अमित ओला को टिकट दिया है। ये सीट ओला परिवार का गढ़ रहा है। जहां जनता से उनका खास कनेक्शन है। लोकसभा चुनावों के आंकड़ों पर नजर डालें तो उत्तरी राजस्थान यानी शेखावटी वाले इलाकों में इंडिया महागठबंधन का प्रदर्शन शानदार रहा था। जहां तक राजेंद्र गुढ़ा की करें तो वह कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं लेकिन कांग्रेस को ये उतना प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि उनके पाकिस्तानी नारों और संविधान से जुड़े बयानों को किसी ने इतना सीरियस लिया नहीं। इस बयान से वह कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने में कामयाब हुए हो या न हुए लेकिन उनकी छवि खराब हुई है। 

दौसा में टक्कर मजबूत 

वहीं, दौसा सीट पर भी एक्सपर्ट्स की निगाहें टिकी हैं। यहां बीजेपी-कांग्रेस दोनों मजबूत है। एक तरफ सचिन पायलट हैं तो दूसरी तरफ किरोड़ीलाल मीणा। किरोड़ीलाल मीणा के मंत्री मद छोड़ने के बाद लोगों का उनके प्रति झुकाव बढ़ा है। हालांकि ये सीट कांग्रेस विधायक के सांसद बनने से खाली हुई थी। ऐसे में उनका प्रभाव भी यहां रहेगा और दूसरी ओर खुद सचिन पायलट ने दौसा की कमान संभाली है। तो यहां पर कड़ी फाइट में कोई भी जीत सकता है। 

कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएंगे नरेश मीणा

देवली उनियारा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी की टक्कर को दिलचस्प नरेश मीणा ने बनाया था। भले वह अभी जेल में बंद हैं लेकिन उनके समर्थन में जिस तरह से लोग आ रहे हैं। उससे ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि चुनावी रिजल्ट में मीणा कांग्रेस को बड़ा डेंट लगा सकते हैं। 

खींवसर में आरएलपी को नुकसान

उपचुनाव हनुमान बेनीवाल के लिए अस्तित्व बचाए रखने का सवाल है। उन्होंने पत्नी कनिका बेनीवाल को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने रतना चौधरी पर दांव लगाया है जो खुद राजनीतिक परिवार से आती हैं। उनके परिवार का अपना प्रभाव और अलग वोटबैंक हैं। ऐसे में महिला के सामने महिला की टक्कर मुकाबले को दिलचस्प बना रही है। अगर रतना चौधरी आरएलपी के वोट काटने में कामयाब रहती हैं तो यहां बीजेपी को फायदा मिल सकता है।