Chhat Puja 2024: शुरु हुआ छठी मईया का महापर्व छठ, जानिए क्या है बरसों पुरानी नहाय खाय की परंपरा

Chhat Puja 2024: शुरु हुआ छठी मईया का महापर्व छठ, जानिए क्या है बरसों पुरानी नहाय खाय की परंपरा

Date: Nov 05, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

छठ पूजा

हिंदू धर्म में छठ पूजा काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसकी शुरुआत आज नहाय खाय से हो चुकी है. इस 4 दिन के त्यौहार में 38 घंटे का कठोर व्रत रखा जाता है.

सूर्य देव और छठी मईया को समर्पित

छठ पर्व सूर्य देव और उनकी बहन बन छठी मईया को समर्पित होता है. बिहार और यूपी में इस पूजा की काफी ज्यादा मान्यता है.

तैयारियां

घरों में साफ सफाई से लेकर पूजा का सामान और सूप खरीदने तक की तैयारी काफी पहले से शुरू हो जाती है. वैदिक युग से ये पर्व मनाया जा रहा है.

नहाय खाय की परंपरा

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय खाय की परंपरा है. इस दिन खास रीति रिवाज निभाए जाते हैं.

घर की शुद्धिकरण

आज से नहाय खाय शुरू हो चुका है. इस दिन घर का शुद्धिकरण किया जाता है. इसके बाद व्रती स्नान करके सात्विक भोजन करते हैं, और अपने महाव्रत की शुरुआत करते हैं.

नहाय खाय में इन चीजों का सेवन

नहाय खाय में व्रती चावल के साथ लौकी की सब्जी, छोले और मूली का सेवन करते हैं. उपासक के भोजन करने के बाद परिवार के अन्य सदस्य उस प्रसाद को ग्रहण करते हैं.

धार्मिक महत्व

नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत होती है. इस दिन व्रती किसी पवित्र नदी या तालाब में स्नान करते हैं. इस दिन नमक वाला भोजन सिर्फ एक ही दिन किया जाता है.

पवित्रता से जुड़ा नहाय खाय

नहाय खाय का सार पवित्रता से जुड़ा है. इस दिन उपासक खुद को शुद्ध करते हैं. उसके बाद सात्विक और पवित्र तरीके से छठ पर्व की शुरुआत करते हैं.

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