जन्माष्टमी पर भूलकर भी ना करें ये गलती, होता है अपशकुन, लगेगा पाप

जन्माष्टमी पर भूलकर भी ना करें ये गलती, होता है अपशकुन, लगेगा पाप

Date: Aug 21, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

काले वस्त्र

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भूलकर भी काले वस्त्र पहनकर पूजा न करें। इसे अशुभ माना जाता है।

अगस्त्य के फूल

कान्हा को भूलकर भी बासी या मुरझाए फूल न चढ़ाएं। भगवान को हमेशा ताजे फूल चढ़ाएं। इससे जीवन में अशुभता बढ़ती है। श्रीकृष्ण को अगस्त्य के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए।

गोवंश को न सताएं

बाल गोपाल का गाय से गहरा संबंध हैं, ऐसे में जन्माष्टमी भूल से भी गोवंश को सताए नहीं अन्यथा पूजा और व्रत व्यर्थ चली जाएगी।

कान्हा का श्रृंगार

श्रीकृष्ण के अभिषेक के बाद उन्हें स्वच्छ कपड़े, आभूषण, मुकुट, पहलनाएं. श्रृंगार करें, काजल जरुर लगाएं, क्योंकि यशोदा मैय्या कान्हा को तैयार करने के बाद उन्हें बुरी नजर से बचाने के लिए काजल लगाती थीं।

खीरा जरुर काटें

रात में 12 बजे खीरा काटकर कान्हा का जन्म कराएं। जन्माष्टमी के दिन खीरे को उसके तने से काटकर अलग किया जाता है। इसे श्री कृष्ण का माता देवकी से अलग होने का प्रतीक माना गया है।

तुलसी न तोड़े

इस दिन तुलसी दल न तोड़े, पूजा के लिए एक दिन पहले ही तुलसी का पत्ते तोड़ लेना चाहिए। मान्यता है कि बिना तुलसी दल के केशव भोग ग्रहण नहीं करते हैं इसलिये जन्माष्टमी जैसे विशेष अवसर पर हर भोग के साथ तुलसी दल जरूर रखा जाता है लेकिन तुलसी दल को पहले दिन ही तोड़ लेना चाहिए।

चावल खाने से परहेज

जन्माष्टमी व्रत के दिन चावल खाने से परहेज करें। यदि व्रत न भी हो तो भी इस दिन चावल न खाएं।

ऐसे न करें दर्शन

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन कान्हा की पीठ के तरफ से दर्शन न करें।

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