Janmashtmi Fast Rules: पहली बार रखने जा रहे हैं जन्माष्टमी का व्रत, जान लें नियम
Date: Aug 21, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
कैसे रखते हैं कृष्ण जन्माष्टमी व्रत?
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत की तैयारी एक दिन पहले से शुरू हो जाती है। अगर पहली बार आप व्रत रखने जा रहे हैं तो पहले ही जान लें कैसे करें तैयारी।
अन्न ग्रहण नहीं करना है
जन्माष्टमी व्रत के दौरान किसी भी प्रकार का अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। अगले दिन सूर्योदय के बाद एक निश्चित समय पर तोड़ा जाता है, जिसे जन्माष्टमी के पारण समय से जाना जाता है।
जन्माष्टमी का पारण
जन्माष्टमी का पारण सूर्योदय के पश्चात अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र समाप्त होने के बाद किया जाना चाहिए। यदि अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र सूर्यास्त तक समाप्त नहीं होते तो पारण किसी एक के समाप्त होने के बाद किया जा सकता है।
सुबह उठकर स्नान करें
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और श्रीकृष्ण के आगे व्रत का संकल्प करें। यह संकल्प आप हाथों में तुलसी की एक पत्ती पकड़ कर करें और साथ ही व्रत के दौरान होने वाली किसी भी भूल के लिए पहले ही क्षमा मांग लें।
विवाहित लोगों के लिए नियम
यदि आप विवाहित हैं तो उपवास रखने के एक रात्रि पूर्व आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। खासतौर पर रात्रि 12 बजे के बाद से ही आपका उपवास प्रारंभ हो जाता है और यह अगले दिन रात में 12 बजे ही श्री कृष्ण के जन्म के बाद ही खुलता है।
व्रत में इन चीजों का करें सेवन
जन्माष्टमी के व्रत में आप फलाहार कर सकती हैं। सुबह से रात तक आप फलों का सेवन करें और रात में आप साधारण भोजन कर के व्रत खोल सकती हैं |
तुलसी का महत्व
इस दिन आप पानी में तुलसी की पत्ती डालकर उसका सेवन करें। इतना ही नहीं, आपको तुलसी की भी इस दिन विधि विधान से पूजा करनी चाहिए और श्रीकृष्ण के हर भोग में तुलसी का पत्ता जरूर रखना चाहिए।
इस तरह करें प्रसाद ग्रहण
व्रत रखने वाले हर जातक को श्री कृष्ण जन्म के बाद उन्हें झूला जरूर झूलाना चाहिए और जिस पंचामृत से लड्डू गोपाल को स्नान कराया है, उसे प्रसाद के रूप में जरूर ग्रहण करें|
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