सावन महीने में इन प्राचीन शिव मंदिरों में दर्शन करें, रिद्धि सिद्धि का वरदान पाएं.

सावन महीने में इन प्राचीन शिव मंदिरों में दर्शन करें, रिद्धि सिद्धि का वरदान पाएं.

Date: Aug 13, 2024

By: Ankita Srivastava, Bharatraftar

सावन महीना

सावन महीने में शिव भक्त दूर-दूर से गंगाजल लेकर शिवालय पहुँचते हैं. मान्यता है कि सावन में भगवान शिव का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.

हरियाली तीज

हरियाली तीज सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं विशेष कर माता पार्वती और शंकर भगवान की पूजा करती हैं.

पूजा का महत्व

मान्यता है की माता पार्वती ने महादेव को पति के रूप में पाने के लिए लंबे समय तक कठोर तपस्या की थी. भोलेनाथ ने इसी तिथि पर माता पार्वती की तपस्या को स्वीकार किया था.

नाग पंचमी

हिंदू धर्म के अनुसार सावन महीने में नाग पंचमी भी धूमधाम से मनाई जाती है. इस दिन नाग देवता की विशेष पूजा अर्चना की जाती है.

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन

विश्व प्रसिद्ध मन्दिर महाकालेश्वर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है. इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल विराजमान है.

गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर खीरी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले गोला तहसील में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर गोला गोकर्णनाथ स्थित है. इसे छोटा काशी भी कहते हैं.

काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, बनारस

गंगा नदी के पश्चिमी घाट पर सातवें ज्योतिर्लिंग के रूप में बाबा काशी विश्वनाथ बनारस में विराजमान है. मान्यता है की काशी शहर शिव जी के त्रिशूल पर टिका है.

गढ़ मुक्तेश्वर धाम, हापुड़

हापुड़ जिले में गंगा नदी के किनारे गढ़मुक्तेश्वर धाम स्थित है, प्राचीन शिवलिंग कारखंडेश्वर और मुक्तेश्वर महादेव यहां विराजते हैं. मान्यता है कि परशुराम ने गढ़ मुक्तेश्वर में भगवान शिव के मंदिर की स्थापना की थी.

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