खाली पेट लहसुन नहीं खाते, तो आज से ही शुरू कर दे, होंगे कई फायदे
Date: Jul 31, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
लहसुन
लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है जो हमारे खाने को स्वादिष्ट बना देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं लहसुन को अगर खाली पेट खाया जाए तो आपकी सेहत कई गुना सुधर जाएगी।
खाली पेट लहसुन खाना
सुबह उठकर 2-3 कली लहसुन खाना चाहिए। आप चाहे तो इसे भुनकर खा सकते हैं। अगर आपको इसकी तासीर कुछ ज्यादा गर्म लग रही है तो सोने से पहले पानी में लहुसन को भिगो दें औऱ सुबह इसका सेवन कर लें।
खाली पेट लहसुन खाने के फायदे
लहसुन में भरपूर मात्रा में विटामिन सी, ए और बी, के साथ मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, सेलेनियम पाया जाता है। इसका खाली पेट सेवन करने से कई बीमारियां दूर रहती है।
हेल्दी हार्ट
लहसुन में अल्काइन पाएं जाते है। ये दिल से जुड़ी बीमारी की सम्भावना को कम करता है। इसलिए आप रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 लहसुन की कली का सेवन कर लें।
पेट की समस्या
अगर आपको अपच या एसिडिटी की समस्या है तो खाना खाते समय पहले निवाले के साथ 1-2 लहसुन कली , थोड़ा घी में काली मिर्च, त्रिकुटा और सेंधा नमक खा लें। इससे आपको गैस की समस्या नहीं होगी।
दांत दर्द
अगर आप दांत के दर्द से परेशान है तो लहसुन की एक कली से फायदा मिल सकता है। इसमें एन्टीबैक्टिरीअल और दर्दनिवारक गुण दांत के दर्द से राहत दिलाता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल
यह शुगर लेवल को कंट्रोल रखने के साथ-साथ खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकलता है। इसके साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है।
इम्यूनिटी
लहसुन में विटामिन सी, बी6 के साथ ऐसे मिनरल्स पाए जाते है जो आपके कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. इसलिए आप रोजाना खाली पेट 1-2 लहसुन की कली का सेवन करे।
तनाव
लहसुन आपके तनाव के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। लहसुन में उच्च मात्रा में सल्फर यौगिक होते हैं जो ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट तनाव के खिलाफ काम करता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल
लहसुन खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों का इसका सेवन जरूर करना चाहिए। ये लीवर को स्वस्थ रखकर आपको लंबे समय तक जीने में मदद कर सकता है। यह संक्रामक रोगों से लड़ सकता है।
शरीर डिटॉक्स
लहसुन में सल्फर यौगिकों की भारी मात्रा के कारण यह शरीर के अंगों की भीतर से सफाई करता है। लहसुन रक्त में लेड के स्तर को कम कर सकता है। यह शरीर के कीटाणुओं औप बैक्टीरिया को बाहर निकाल देता है।
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