मिलने लगे ये संकेत तो समझ जाइए, अब यूरिक एसिड हो रहा है कम

मिलने लगे ये संकेत तो समझ जाइए, अब यूरिक एसिड हो रहा है कम

Date: Aug 22, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

यूरिक एसिड

यूरिक एसिड शरीर में बनता है. अगर इसकी मात्रा शरीर में बढ़ जाए तो गाउट की समस्या के साथ साथ किडनी से जुड़ी भयानक बीमारी झेलनी पड़ सकती है.

कम यूरिक एसिड बनना

एक्सपर्ट्स की मानें तो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ना खतरनाक हो सकता है. लेकिन ये तय मानक से कम हो जाए तो भी नुकसानदायक होता है.

ये है सही मानक

शरीर में कितना यूरिक एसिड होना चाहिए ये भी जान लेना सबसे ज्यादा जरूरी है. आमतौर पर इसका स्तर 6 से 7 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर के बीच में होना सही माना जाता है.

अगर है सामान्य से कम

अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर 2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से कम है, तो ये शरीर में यूरिक एसिड की कमी मानी जाएगी.

हाइपोरिसीमिया

काफी लंबे समय से अगर शरीर में यूरिक एसिड का स्तर इतना ही बना रहता है, तो इसे हाइपोरिसीमिया कहते हैं.

जान लीजिए लक्षण

हाइपोरिसीमिया होने पर भी किडनी से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं. जो डिमेंशिया का कारण बन सकती है.

खतरा

यूरिक एसिड के चलते कई तरह की बीमारियां होने का खतरा भी मंडराता रहता है. ये बीमारियां कौन सी है ये जान लेते हैं.

अल्जाइमर रोग

यूरिक एसिड की वजह से शरीर को अल्जाइमर जैसी खतरनाक बीमारी घेर सकती है.

पार्किसंस रोग

यूरिक एसिड के चलते पार्किसंस रोग की सबसे ज्यादा समस्या झेलनी पड़ सकती है.

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