यहां जानिए दुनिया भर में क्या है अबॉर्शन से जुड़ा कानून, क्या है भारत की स्थिति
Date: Jul 08, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
अबॉर्शन के खिलाफ मुहिम
अबॉर्शन को लेकर पूरी दुनिया भर में एक मुहिम छिड़ी हुई है. जहां कुछ देश कुछ शर्तों के साथ अबॉर्शन की इजाजत दे देते हैं, तो कुछ ने बैन लगा रखा है.
प्रेगनेंसी की खुशी
प्रेगनेंसी को लेकर हर महिला काफी कुछ होती है. लेकिन कुछ स्थितियों में कुछ महिलाओं के लिए ये एक डार्क चैप्टर बनकर रह जाता है.
UAE में अबॉर्शन की रियायत
ये एक मुस्लिम देश है, जहां पहली बार अबॉर्शन को लेकर रियायत दी गई है. रेप या ब्लड रिलेशन के बीच कंसीव करने पर ढील दी गई है.
US में अबॉर्शन पर बैन
अमेरिका में अबॉर्शन पर बैन है. यहां पर 14 शहरों में अबॉर्शन पर कानूनी रूप से बैन लगाया गया है.
फ्रांस में ढील
फ्रांस में महिलाओं की आवाज को सुनते हुए अबॉर्शन का अधिकार अपने संविधान में शामिल किया है.
क्या कहती है रिपोर्ट
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में हर साल करीब 73 मिलियन अबॉर्शन होते हैं. वहीं भारत में अकेले साल 2023 में करीब 11 लाख से ज्यादा अबॉर्शन के मामले सामने आए हैं.
मेडिकल सुविधा
अबॉर्शन को दो हिस्सों में रखा गया है, एक मेडिकली सुविधा और दूसरा डार्क चैप्टर. क्योंकि कुछ मामलों में अबॉर्शन महिलाओं की जिंदगी के लिए वरदान साबित होता है.
डार्क चैप्टर
असुरक्षित अबॉर्शन के चलते हर रोज लगभग 8 से 9 महिलाओं की मौत हो जाती है.
भारत में कानून
एमटीपी कानून के तहत कुछ हालातों में अबॉर्शन की इजाजत मिलती है. भारत में प्रेगनेंसी के 20 हफ्तों तक डॉक्टर की सलाह के बाद ही अबॉर्शन की अनुमति मिलती है.
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