सिर्फ शादी की निशानी नहीं बिछिया, पहनने से शरीर को मिलते है अनगिनत फायदे

सिर्फ शादी की निशानी नहीं बिछिया, पहनने से शरीर को मिलते है अनगिनत फायदे

Date: Aug 22, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

बिछिया

विवाहित महिलाओं को पांव की उंगलियों में बिछिया पहनना काफी लाभकारी होता है| भारतीय महिला की शादी के बाद पांव में चांदी की बिछिया पहनना हर महिला के लिये जरूरी होता है। चलिए जानते हैं कि महिलाएं बिछिया क्यों पहनती हैं, और इसके क्या लाभ हैं।

धार्मिक महत्व

पांव की उंगलियों में बिछिया पहनने से विवाहित जीवन में सुख और शांति आती है। पैर की दूसरी और तीसरी उंगली में पहनी गई बिछिया एक तरफ जहां पति पत्नी के दांपत्य जीवन को सुखमय करती है। वहीं इससे मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है। इसे पहनने से ग्रहों की बाधा भी दूर होती है |

साइंटिफिक कारण

बिछिया पहनने का धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही इसे पहनने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं।

थायराइड

बिछिया पहनने से महिलाओं में थायराइड से संबंधित बीमारी होने की आशंका कम होती है, चूंकि चांदी धातु ठंडी प्रकृति की होती है, इसलिए इसे धारण करने पर शरीर की गर्मी और ज्यादा तापमान से छुटकारा मिलता है।

प्रजनन क्षमता बढ़ती है

पैरों की तीन अंगुलियां जिनमें महिलाएं बिछिया पहनती हैं, वो महिलाओं के गर्भाशय और दिल से जुड़ी हुई होती हैं, इसलिए इन उंगलियों में बिछिया पहनने से महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है, और गर्भधारण करने में दिक्कत नहीं आती है।

हेल्दी यूट्रेस

आयुर्वेद के अनुसार पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं का यूट्रेस हेल्दी रहता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि पैर के अंगूठे की दूसरी उंगली की नस सीधे महिला के यूट्रस से जुड़ी होती है। जब अंगूठे के बगल वाली उंगली पर जब दवाब पड़ता है तो इससे यूट्रेस हेल्दी रहता है। इतना ही नहीं ये पीरियड्स को भी रेगुलर करने में मदद करता है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल

 जब पैरों के अंगूठे की तरफ दवाब पड़ता है तो ये ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। ब्लड प्रेशर नियंत्रित होने से गर्भाशय तक खून सही तरीके से पहुंच पाता है।

पॉजिटिव एनर्जी

आयुर्वेद के अनुसार चांदी की बिछिया पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है। पैरों के जरिए शरीर के पूरे हिस्से तक ठंडक पहुंचती है, जिससे महिलाओं को पॉजिटिव एनर्जी मिलती है।

गर्भावस्था में फायदेमंद

 ऐसी मान्यता है कि गर्भावस्था के दौरान पैरों में बिछिया पहनने से महिला के पेट संबंधित रोग भी दूर होते हैं और शिशु का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।

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