इस दिन से शुरू हो रहा है पितृपक्ष, नियमित श्राद्ध का जाने महत्व
Date: Sep 12, 2024
By: Ankita Srivastava, Bharatraftar
शुरुआत
पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद माह की पूर्णिमा से अमावस्या तक होती है इस साल 18 सितंबर से शुरुआत होगी और 2 अक्टूबर को समाप्त होगा
नियमित श्राद्ध
मान्यता हैं की पितृपक्ष के दौरान पितरों को नियमित श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है
महत्व
तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कि पितृपक्ष का क्या और इसका महत्व
तिथि
इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से होगी और समापन 2 अक्टूबर को होगा लेकिन इस दिन श्राद्ध नहीं किया जाएगा
पिंडदान की शुरुआत
हिंदू धर्म के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा का श्राद्ध है, ऐसे में 18 सितंबर से पिंडदान ब्राह्मण भोजन तर्पण दान आदि कार्य आरंभ हो जाएगा
पूजा पाठ
मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष के दौरान सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है
श्राद्ध कर्म
ऐसे में दोपहर में करीब 12:00 श्राद्ध कर्म किया जा सकता है, इसके लिए कुतुप और रोहिणी मुहूर्त सबसे अच्छा माना जाता है
तर्पण
सुबह सबसे पहले स्नान करने के बाद अपने पितरों को याद करके तर्पण करना चाहिए
क्या करें
श्राद्ध के दिन कौवे, चींटी, गाय, देव, कुत्ते और पंचबली भोग देना चाहिए और ब्राह्मणों को भोज करवाना चाहिए
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