रक्षाबंधन में भाई के साथ भाभी को राखी बांधने के होते हैं फायदे

रक्षाबंधन में भाई के साथ भाभी को राखी बांधने के होते हैं फायदे

Date: Aug 17, 2024

By: Poonam Nishad, Bharatraftar

रक्षाबंधन के पर्व में भाई को राखी बांधने की कहानी बताई जाती है कि भगवान श्री कृष्ण की उंगली के घाव पर द्रौपदी ने साड़ी का पल्लू बांधा था।

जिसके बाद श्रीकृष्ण ने द्रौपदी के चीरहरण में उनकी रक्षा की थी। लेकिन वर्तमान में भाई के साथ ही भाभी को भी राखी बांधने का प्रचलन है।

लेकिन मौजूदा समय में रक्षाबंधन के दिन भाई के साथ ही भाभी को भी राखी बांधने का चलन है।

दरअसल, मारवाड़ी परिवार से भाभियों को लुंबा बांधने की परंपरा की शुरुआत हुई थी।

धार्मिक रूप से पत्नी, पति की वामांगी होती है। शादी के बाद हर धार्मिक कार्य में, यज्ञ, उत्तरदायित्व, वचन आदि को निभाने में पत्नी पति की सहभागी होती है।  

साथ ही भाभी घर की लक्ष्मी का रूप मानी जाती है। गेरुआ रंग सूर्य का कारक होता है। इसीलिए अब भाई के साथ ही भाभी को भी राखी बांधने का प्रचलन है।

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