गौ स्पर्श से दूर हो जाएंगे सारे पाप, ब्रह्मांड के पूजनीय देवताओं का है इनमें वास
Date: Aug 07, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
पुरानी मान्यता
हमारे देश में गौ माता को पूजनीय माना गया है. मान्यताओं के अनुसार जो भी सुबह स्नान करके गौ माता को स्पर्श करता है वो सारे पापों से मुक्त हो जाता है.
ग्रंथ वेद
पूरी सृष्टि में सबसे प्राचीन ग्रंथ वेद है. और वेदों में भी गाय की महत्व बताई और उसके अंगों में दिव्य शक्तियों के वास का वर्णन किया गया है.
गाय लक्ष्मी स्वरूप
गाय के गोबर में मां लक्ष्मी, मूत्र में मां भवानी, गाय के पैरों के अग्र भाग में आकाश चारी देवता, आवाज में प्रजापति और थनों में समुद्र देवता का वास है.
इस तरह मिलेगा तीर्थ स्थान पुण्य
मान्यता के अनुसार गाय के पैरों की धूल का हर रोज तिलक लगाने से तीर्थ स्थान का पुण्य प्राप्त होता है.
देवताओं की प्रतिनिधि
सनातन धर्म में गौ माता को दूध देने वाला निरा पशु नहीं माना गया है. बल्कि गौ माता को हमेशा सहित देवताओं की प्रतिनिधि माना गया है.
गाय के अंगों में पूरा ब्रह्मांड
पद्म पुराण के अनुसार गाय के मुख में चारों वेदों का वास होता है. गाय के पेट में कार्तिकेय, मस्तक में ब्रह्मा जी का निवास है.
पुराणों में खास जगह
भविष्य पुराण, स्कंद पुराण, ब्रह्मांड पुराण और महाभारत में भी गौ अंगों में देवी देवताओं की स्थिति का वर्णन किया गया है.
गाय को खिलाएं चारा, घास
एक साथ जहां गायों का झुंड बैठकर सांस लेता है, उसे स्थान की नाम सिर्फ शोभा बढ़ जाती है बल्कि सारे पापों का नष्ट भी हो जाता है. गाय को चारा या घास खिलाने से सबसे ज्यादा पुण्य मिलता है.
दुख दर्द होता है दूर
गौ माता की सेवा करने से सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं. अगर आप गौ माता की हर रोज निस्वार्थ सेवा करते हैं तो सभी देवी देवता आपसे खुश रहेंगे. उसे परिवार में कभी भी धन और अन्य की कमी नहीं होती है.
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