छठ पूजा के मुख्य प्रसाद ठेकुआ की क्या है कहानी, कैसे पड़ा नाम? जानें रेसिपी
Date: Nov 05, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
ठेकुआ
बिहार और उत्तर प्रदेश में ठेकुआ काफी मशहूर है। हर गली-मोहल्लों में इसे छठ के मौके पर बनाया जाता है, प्रसाद के रूप में ठेकुआ को शामिल किया जाता है।
ठेकुआ का इतिहास
ठेकुआ का इतिहास बहुत पुराना है और यह छठ पूजा की पारंपरिक प्रसाद है। इसकी मान्यता है कि छठी मैया को यह भोजन प्रस्तुत करने से व्रती के परिवार में सुख और समृद्धि की वृद्धि होती है।
ठेकुआ नाम कैसे पड़ा?
ठेकुआ का शब्द बिहारी भाषा का है और इसका अर्थ होता है 'उठाना' या 'स्थापित करना'। छठ पूजा में छठी मैया पूजा के दौरान व्रती भक्त इस भोजन को उठाते हैं और उसे व्रत के बाद पूजा आरती के समय खाते हैं।
सामग्री
करीब 2 कप गेहूं का आटा, आधा कप सूजी, आधा कप गुड़, 1 छोटी चम्मच सौंफ, थोड़े कटे बादाम, थोड़ी कटी किशमिश, 2 चम्मच सूखा नारियल कद्दूकस, पिसी हरी इलाइची, 1/4 कप देसी घी|
स्टेप 1
ठेकुआ बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को टुकड़ों में तोड़ लें और ¼ कप पानी में घोल लें। आप चाहें तो गैस पर पानी गर्म करने के लिए रख दें और गुड़ को चलाते हुए घोल सकते हैं। अब गुड़ के पानी को छान लें और इसमें सूजी मिला दें।
स्टेप 2
एक परात में आटा, सारे मेवा और दूसरी चीजें मिला लें। अब देसी घी को पिघलाकर मिलाएं। सारी चीजों को मिलाने के बाद गुड़ और सूजी का घोल डालते हुए ठेकुआ के लिए सख्त आटा गूंथ लें। चाहें तो आटा गूथने के लिए थोड़ा दूध भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्टेप 3
आपको ठेकुआ के लिए थोड़ा कड़ा आटा ही गूंथना है। आटे को 10 मिनट के लिए रख दें और फिर लोई लेकर हाथ से मसलते हुए गोल बना लें। अब लोई को थोड़ा दबा दें और फॉक यानि कांटे की मदद से कोई भी डिजाइन बना लें।
स्टेप 4
कड़ाही में तेल डालकर गर्म करें और गैस की फ्लेम मीडियम रखें। अब इसमें एक एक करके ठेकुआ डालें और थोड़ी देर तक फ्राई होने दें। अब ठेकुआ को पलट लें और गोल्डन ब्राउन होने तक अच्छी तरह से सेंक लें।
स्टोर कर रख लें
अब इन ठेकुआ को हल्का ठंडा होने पर किसी एयरटाइट डब्बे या स्टील के बॉक्स में रख लें। आप ठेकुआ को छठ पूजा में इस्तेमाल करें या फिर ऐसे ही खाने के साथ खाएं।
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