पूजा करें
शास्त्र के साथ शमी के पेड़ की धूप, दीप, फल चढ़कर शस्त्र के साथ आरती करें
पूजा के दौरान इस मंत्र का करें जाप
शमी शमयते पापम् शमी शत्रुविनाशिनी ।
अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनी ॥
करिष्यमाणयात्राया यथाकालम् सुखम् मया ।
तत्रनिर्विघ्नकर्त्रीत्वं भव श्रीरामपूजिता ॥