जयपुर में पीएम मोदी ने जिस PKC-ERCP प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया, जानिए उस परियोजना से 21 जिलों के लोगों की कैसे होगी मदद!
इस परियोजन से राजस्थान के 21 जिलों को फायदा मिलेगा। PKC-ERCP प्रोजेक्ट से झालावाड़, बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, करौली, धौलपुर, भरतपुर, डीग, दौसा, अलवर, खैरथल-तिजारा, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, कोटपुतली-बहरोड़, अजमेर, ब्यावर, शाहपुरा, केकरी, टोंक और दूदू. इससे 21 जिलों के सवा तीन करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।
राजस्थान में पीएम मोदी ने मंगलवार को महत्वाकांक्षी परियोजना पार्वती-कालसिंध-चंबल-ईआरसीपी (PKC-ERCP) का शिलान्यास किया। जिसकी चर्चा पूरे देश में रही है। इस परियोजना का फायदा प्रदेश के लाखों लोगों को मिलेगा। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने राजस्थान में 46 हजार करोड़ से ज्यादा रुपयों की 20 से ज्यादा परियोजनाओं का लोकार्पण किया है। इन परियोजनाओं से 11 नदियों को आपस में जोड़ा जाएगा। जिसका नाम पार्वती-कालसिंध-चंबल-ईआरसीपी (PKC-ERCP) है। इस परियोजना से जमीनी स्तर पर क्या फायदा मिलने वाला है, चलिए आपको आसान शब्दों में बताते हैं...
क्या है परियोजना का मकसद
"कलश के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा पावन नदियों पार्वती, कालीसिंध एवं चंबल का पवित्र संगम का प्रतीकात्मक अनुष्ठान।"#एक_वर्ष_परिणाम_उत्कर्ष
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) December 17, 2024
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हम जानते हैं कि राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। देश का 10.4 प्रतिशत भूभाग राजस्थान का हिस्सा है। लेकिन राजस्थान में केवल 1.16 प्रतिशत पानी और केवल 1.72 प्रतिशत भूगर्भ जल (ग्राउंड वाटर) है। ऐसे में Eastern Rajasthan Canal Project (ERCP)या पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना राजस्थान सरकार की एक परियोजना है। इसका उद्देश्य पूर्वी राजस्थान में पानी की कमी की समस्या का सामना करने वाले जिलों में पीने के लिए और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना है। इससे दक्षिण राजस्थान में चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों में जमा होने वाले अतिरिक्त पानी को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के उन क्षेत्रों तक ले जाना है जहां पानी की कमी होती है। आपको बता दें, राजस्थान सरकार ने साल 2017-18 के बजट में इसकी घोषणा की थी।
जानिए क्या है PKC परियोजना
पार्वती-कालसिंध-चंबल-ईआरसीपी केंद्र सरकार की परियोजना है। साल 2004 में केंद्र के जल संसाधन मंत्रालय ने पार्बती-कालीसिंध-चंबल (PKC) लिंक परियोजना के बारे में संबंधित राज्य सरकारों को रिपोर्ट सौंपी थी। इसके तहत पार्बती, नेवज और कालीसिंध नदियों में मानसून के महीनों में आने वाले अतिरिक्त पानी को चंबल नदी में मोड़ने का प्रस्ताव किया गया था। इसके बाद राजस्थान सरकार ERCP परियोजना लेकर आई। इसी साल 28 जनवरी को केंद्र सरकार की PKC और राजस्थान सरकार की (ERCP) परियोजना को एकीकृत कर दिया गया था।
राजस्थान के किन जिलों को मिलेगा लाभ होगा?
इस परियोजन से राजस्थान के 21 जिलों को फायदा मिलेगा। PKC-ERCP प्रोजेक्ट से झालावाड़, बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, करौली, धौलपुर, भरतपुर, डीग, दौसा, अलवर, खैरथल-तिजारा, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, कोटपुतली-बहरोड़, अजमेर, ब्यावर, शाहपुरा, केकरी, टोंक और दूदू. इससे 21 जिलों के सवा तीन करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।