Diwali 2024: एक मंदिर ऐसा भी, जो सालभर में सिर्फ दिवाली के दिन खुलता है, जानिए खासियत
Date: Oct 26, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
चमत्कारी मंदिर
सनातन धर्म में कई ऐसे मंदिर हैं, जो अपने चमत्कारों की वजह से पूरी दुनिया भर में फेमस हैं.
हसनंबा
कर्नाटक के हासन जिले में स्थित हसनंबा मंदिर उन्हीं में से एक है. इस मंदिर को साल में एक बार दिवाली के दिन खोला जाता है.
दिवाली के दिन खुलता है द्वार
दिवाली के दिन इस मंदिर के द्वारा खोले जाते हैं. फिर 7 दिन बाद यहां पर दीपक जलाकर फूल और प्रसाद चढ़ाया जाता है.
कहां है मंदिर?
ये मंदिर बेंगलुरु से 180 किलोमीटर दूर है. इसका निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर की अपनी कई खासियत हैं.
इतिहास
अंधकासुर नाम के राक्षस ने कठोर तपस्या करके ब्रह्मा जी से अदृश्य होने का वरदान मांगा था. फिर उसने ऋषि मुनियों को खूब परेशान किया जिसके बाद भगवान शिव ने उसके वध का निश्चय किया.
योगेश्वरी देवी ने किया वध
उस राक्षस के खून की बूंद से दूसरा राक्षस बन जाता था. उसके वध के लिए भगवान शिव ने योगेश्वरी देवी का निर्माण किया. जिसके बाद अंधासुर का वध हुआ.
7 दिन के लिए खुलता है कपाट
इस मंदिर को दिवाली से 7 दिन के लिए खोला जाता है. मंदिर के कपाट खुलने पर हजारों की संख्या में भक्ति मां जगदंबा का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं.
दिव्य दीया
जिस दिन का पाठ बंद किया जाता है उसे दिन गर्भ गृह में शुद्ध देसी घी का दीया जलाया जाता है. साथ ही चावल से बने व्यंजनों का भी भोग लगाया जाता है.
अजब है खासियत
जब अगले साल इस मंदिर के कपाट खुलते हैं तो, मंदिर के पुजारी को वो दीया जलता हुआ मिलता है. साथ ही फूल और प्रसाद भी ताजा रहते हैं.