पूजा पाठ में इस्तेमाल होने वाली घंटी किस देवता को है समर्पित? इससे जुड़ा रहस्य जानकर रह जायेंगे हैरान
Date: Sep 04, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
घंटी
पूजा पाठ में घंटी भाई बिना पूजा को पूरा नहीं माना जाता. घर हो या मंदिर, पूजा के दौरान घंटी बजना बेहद जरूरी होता है.
वैज्ञानिक महत्व
पूजा पाठ में घंटी या घंटा बजाने का विशेष महत्व है. इसका अब वैज्ञानिक महत्व भी सामने आ चुका है. विज्ञान के मुताबिक घंटे से निकली आवाज और तरंगे आसपास के माहौल को सकारात्मक कर देती हैं.
इस बात को जानते हैं आप?
अगर आप रोजाना घंटी बजाते हैं तो क्या इस बात को जानते हैं कि, घंटी के ऊपर बने देवता की तस्वीर किसकी है और क्यों होती है?
गरुड़ देव
हिंदू धर्म में गरुड़ देव को भगवान विष्णु का वाहन माना जाता है. घंटी पर गरुड़ देव का चित्र इसलिए होता है, ताकि गरुड़ देव भक्तों की मनोकामना भगवान विष्णु तक पहुंचा सकें.
मोक्ष की प्राप्ति
इसलिए घंटी को गरुड़ घंटी भी कहा जाता है. साथ ही ऐसा माना जाता है कि गरुड़ घंटी बजाने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
घंटी का नाद
गरुड़ घंटी से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण बात ये है कि, सृष्टि की रचना जिस नाद से हुई है. वैसा ही नाथ गरुड़ घंटी से निकलता है. इसलिए गरुड़ घंटी से निकलने वाले इस नाद को काफी महत्वपूर्ण माना गया है.
मंदिर में घंटे
मान्यताओं के मुताबिक मंदिर के प्रवेश द्वार में इसलिए घंटा लगाया जाता है, ताकि जब भी भक्त मंदिर के अंदर प्रवेश करें, तो वो घंटा बजाएं और माहौल सकारात्मकता में बदल जाए.
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