Bhai Dooj 2024: भाई दूज से क्या है यमलोक के देवता यमराज का कनेक्शन ?
Date: Oct 24, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
भाई दूज
भाई दूज का पावन पर्व भाई-बहन के प्रेम को दर्शाता है। हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्षी की द्वितीया तिथि को भाई दूज मनाया जाता है। यह पर्व दीपावली के दो दिन बाद पड़ रहा है।जानते हैं भाई दूज और यमलोक के देवता का कनेक्शन|™
यमराज की पूजा
इस खास दिन पर बहनें यमराज की पूजा करती हैं, ताकि उनका भाई जीवन में सफल हो और उसकी उम्र लंबी हो। भाई दूज मनाने के पीछे यम और यमुना से जुड़ी एक पौराणिक कहानी है।
यम का भय नहीं होता
माना जाता है कि जो भी भाई इस दिन यमुना नदी में स्नान करके अपनी बहन का आतिथ्य स्वीकार करता है और अपनी बहन से तिलक करवाता है, उसे यम का भय नहीं रहता है।
पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार यमराज अपनी बहन यमुना जी से बहुत स्नेह करते थे। एक बार कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन देव यमराज अपनी बहन यमुना जी से मिलने पहुंचे। इस बात से यमुना जी बहुत खुश हुई और भाई यमराज के लिए कई प्रकार के पकवान और व्यंजन बनाए|
यमराज ने बहन को दिया वरदान
देव यमराज इस सत्कार के लिए अपनी बहन से बहुत प्रसन्न हुए और उनसे कहां कि कोई एक वरदान मांगों| यमुना जी ने कहा आप इसी तरह हर साल मुझसे मिलने के लिए आया करेंगे| उस दिन से यह भाई-बहन का पावन पर्व भाई दूज कहलाने लगा।
यमराज होते हैं प्रसन्न
मान्यता है कि भाई दूज के दिन जो भी बहन अपने भाई को तिलक करती हैं और जो लोग श्रद्धापूर्वक इस दिन यमुना जी में स्नान करते हैं, उनसे यमराज खुश होते है|
भाई दूज का महत्व
माना जाता है कि जो भाई अपनी बहन के यहां पर भोजन करता है तो उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है| भाई बहन के घर सुख शांति आती है और उनकी मनोकामना पूरी होती है| उनके घर के पैसों की दिक्कत खत्म होने लगती है|
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