महादेव की पूजा के बाद 3 बार क्यों बजाई जाती है ताली? जानें हर ताली का मतलब और नियम

महादेव की पूजा के बाद 3 बार क्यों बजाई जाती है ताली? जानें हर ताली का मतलब और नियम

Date: Nov 15, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

महादेव की पूजा

अगर आप महादेव की पूजा करने मंदिर जाते हैं तो वहां आपने शिवलिंग के सामने लोगों को 3 बार ताली बजाते देखा होगा|  आपको पता है ऐसा क्यों किया जाता है?

तीन ताली का मतलब

ताली बजाने का पहला अर्थ है कि अपनी उपस्थिति दर्ज करना|  उपस्थिति दर्ज कराने के बाद अपने कष्ट और दुख दर्द से निवारण की याचना करते हैं, इसलिए दूसरी ताली बजाई जाती है| तीसरी बार ताली मतलब है कि हे ईश्वर, मुझे आप अपने चरणों में जगह दें| 

रावण ने बजाई थी ताली

पौराणिक कथा के अनुसार लंकापति रावण ने भगवान शिव की पूजा के बाद 3 बार ताली बजाई थी| माना गया है कि भोलेनाथ की पूजा के बाद ताली बजाने से उसे लंका का राजपाट मिला था|

भगवान राम ने बजाई ताली

 भगवान राम जब लंका जाने के लिए समुद्र पर सेतु बनाने वाले थे, तब उन्होंने बालू से रामेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना कर पूजा की थी। पूजा के बाद तीन बार ताली बजाई जिसे लेकर कहा जाता है कि उनका कार्य सफलता पूर्वक संपन्न हुआ था।

ताली बजाने का सही समय

मंदिर में किसी भी समय जाकर भगवान शिव के सामने 3 ताली नहीं बजानी चाहिए| सुबह 7 से 11 बजे तक के समय भगवान शिव की पूजा के दौरान ताली बजाना चाहिए| यदि 12 बजे पूजा करने जाते हैं तो उस समय ताली नहीं बजानी चाहिए| माना जाता है की वह समय भगवान के विश्राम का समय होता है| 

ताली बजाने का महत्व

भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, कनेर, शमी और आंकड़े का विशेष महत्व है। पूजा में रुद्राभिषेक और जलाभिषेकभी होता है, साथ ही भगवान शिव के आगे तीन बार ताली बजाने का भी खास महत्व है। 

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