अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स को इन बीमारियों का रहता है खतरा, सेहत का ख्याल रखना काफी मुश्किल
Date: Sep 13, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स
एस्ट्रोनॉट पृथ्वी से स्पेस पर जाते हैं और अगर लंबे समय तक वहां रहते हैं तो उनकी हेल्थ पर इसका बुरा असर पड़ सकता है| जानते हैं अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स को कौन सी बीमारियां हो जाती हैं, उनसे रिकवरी में कितना समय लग जाता है|
स्पेस एनीमिया
खून में हीमोग्लोबिन और रेड ब्लड सेल्स की कमी होना एनीमिया कहलाता है| स्पेस में शरीर खुद को बिना किसी प्राकृतिक हवा वाले वातावरण के अनुकूल बनाने की कोशिश करती है, जिसकी वजह से उसमें खून की कमी हो जाती है|
हड्डियां कमजोर
लंबे समय तक स्पेस में रहने से मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं| हर महीने 1-2% तक हड्डियां कमजोर होती हैं| इससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है|
हार्ट को खतरा
माइक्रोग्रैविटी के लंबे समय तक संपर्क में रहना दिल की सेहत के लिए खतरनाक होता है| इससे हार्ट की काम करने की क्षमता प्रभावित होती है| लंबे मिशन में हार्ट को सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है|
ब्रेन पर असर
स्पेस में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता है, जिससे शरीर और दिमाग का संतुलन सही तरह नहीं बन पाता है| मस्तिष्क की नसों और हिस्सों में सूजन आने का खतरा रहता है, जिससे सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है|
रेडिएशन का खतरा
स्पेस रेडिएशन भी एस्ट्रोनॉट्स के लिए कई तरह के खतरे पैदा करता है| इससे कैंसर, खासकर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है|
मानसिक हेल्थ पर असर
लंबे समय तक स्पेस में रहने से तनाव, चिंता, अवसाद जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि शरीर बिल्कुल अलग माहौल में रहता है| इसकी वजह से नींद गायब हो जाती है और शरीर कई मानसिक चुनौतियों का सामना करने लगता है|
कितना मुश्किल है अंतरिक्ष में स्वास्थ्य की देखभाल?
अगर किसी एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष उड़ान के दौरान हार्ट अटैक पड़ जाए तो छाती पर सीपीआर देना नामुमकिन है| धरती पर सीपीआर फर्श पर लिटाकर दिया जाता है| वहीं, अंतरिक्ष में हर चीज तैरती है तो दबाव देकर हृदय की धड़कनें लौटाना करीब-करीब नामुमकिन हो जाता है|
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