तमाम कोशिशों के बाद भी कंसीव करने में आ रही दिक्कत, कहीं ये कारण तो नहीं ?

तमाम कोशिशों के बाद भी कंसीव करने में आ रही दिक्कत, कहीं ये कारण तो नहीं ?

Date: Aug 07, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

इनफर्टिलिटी

इनफर्टिलिटी की समस्या आजकल एक गंभीर समस्या बनी हुई है। खराब खानपान और लाइफस्टाइल इनफर्टिलिटी की बीमारी को बढ़ाती है। आज बात करेंगे आखिर किन कारणों से महिलाओं में इतनी भारी मात्रा में इनफर्टिलिटी की समस्या गंभीर रूप से बढ़ रही है।

PCOS

आजकल की यंग जेनरेशन कॉलेज और स्कूल गोइंग लड़कियां पीसीओएस की समस्या से जूझ रही हैं। पोलीसिस्टिक ओवरीज एक हार्मोनल कंडिशन है। इस बीमारी में ओवरीज में गांठें बनने लगती है।

एंडोमेट्रियोसिस

इसमें यूटरस के आउटर लेयर पर एंडोमेट्रियल टिश्यू बनने लगते हैं, जिसके कारण पीरियड्स में काफी ज्यादा दर्द और स्कार टिश्यू की समस्या होने लगती है। एंडोमेट्रियोसिस के कारण यूटेरस, फैलोपियन ट्यूब्स और ओवरीज से जुड़ी परेशानी होने लगती है। इसके कारण कंसीव में दिक्कत हो सकती है।

थायरॉइड

थायरॉइड डिसऑर्डर के कारण ओव्यूलेशन में दिक्कत हो सकती है। इसके कारण अंडे के फर्टिलाइज होने में संभावना हो सकती है। थायरॉइड डिसऑर्डर में थॉयराइड हार्मोन ज्यादा या कम हो सकते हैं, जिसके कारण हार्मोनल इनबैलेंस की दिक्कत हो सकती है।

इर्रेगुलर शेप का यूटरस

इर्रेगुलर शेप का यूटरस जो फर्टिलिज़्ड अंडे को जगह नहीं देता है, कंसीव करने में बाधा बन सकता है। कभी-कभी असामान्यताएं पिछली सर्जरी के स्कार टिशू के कारण भी हो सकती हैं।

फाइब्रॉएड

फाइब्रॉएड कंसीव न करने के प्रमुख कारणों में से एक है। यूटरस में फाइब्रॉएड या किसी प्रकार की ग्रोथ फर्टिलिज़्ड अंडे के लिए उपलब्ध स्थान को प्रभावित कर सकती है।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के कारण स्पर्म को अंडे तक पहुंचने में मुश्किल होती है। पेल्विक इन्फेक्शन, एंडोमेट्रियोसिस, या कुछ सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीस ऐसी रुकावटों का कारण बन सकते हैं।

स्पर्म काउंट

लो स्पर्म काउंट और स्पर्म की एब्नार्मल मूवमेंट या शेप के कारण पुरुष बांझपन हो सकता है। मधुमेह, ज़्यादा शराब पीना और धूम्रपान जैसी स्थितियाँ बांझपन का कारण बन सकती हैं। 

इंटरकोर्स का समय

ओव्यूलेशन के बाद गर्भधारण की संभावना ओव्यूलेशन से 6 दिन पहले से कम होती है। इसलिए, कुछ जोड़े गर्भावस्था की संभावना बढ़ाने के लिए ओव्यूलेशन के आसपास सेक्स शेड्यूल करने की सलाह देते हैं।

उम्र

बायोलॉजिकल क्लॉक के साथ आपकी फर्टिलिटी विंडो बदल जाती है। जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, अंडे की मात्रा और गुणवत्ता कम हो जाती है। पुरुषों के मामले में, 40 के बाद फर्टिलिटी कम होने लगती है।

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