सामने रखी चीजें नजर नहीं आती, कहीं दिमाग में कोहरा तो नहीं, जानें क्या है ब्रेन फॉग ?
Date: Aug 13, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
ब्रेन फॉग
ब्रेन फॉग किसी तरह का साइंटिफिक या मेडिकल टर्म भी नहीं है, सिर्फ बोलचाल की वजह से इसे मेडिकल लैंग्वेज में भी मान लिया गया है।
ब्रेन फॉग में दिक्कतें
इसके कारण स्पष्ट रूप से सोचने, फोकस करने, ध्यान केंद्रित करने, किसी चीज को याद करने में समस्या आने लगती है। इसके कारण रोजमर्रा के कामकाज बाधित होने लगते हैं। सामान्य बातचीत करने और इंस्ट्रक्शंस फॉलो करने में भी दिक्कत आने लगती है।
लक्षण
मानसिक थकान,बार-बार कंफ्यूजन, जरूरी चीजें-काम भी भूल जाना, सिरदर्द, सोने में समस्या, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग, सोचने की प्रक्रिया धीमी होना, किसी चीज पर फोकस न कर पाना|
कारण
ब्रेन फॉगिंग का सबसे प्रमुख कारण खराब लाइफस्टाइल है, सही तरह नींद पूरी न होना, ज्यादा जंकफूड, चीनी या स्वीट ब्रेवरेज का सेवन, अधिक स्ट्रेस लेना, हॉर्मोनल इंबैलेंस, पॉल्यूशन, दवाओं का साइड इफेक्ट्स, मेडिकल कंडीशन।
दवाओं के साइड इफेक्ट्स
दवाएं खाने के बाद अकसर ब्रेन फॉगिंग हो जाती है। असल में दवाएं हमारे न्यूरॉन्स को प्रभावित करती हैं। इनसे नींद भी प्रभावित होती है, जो ब्रेन फॉगिंग का कारण हो सकता है |
ज्यादा स्क्रीन टाइम
ज्यादा स्क्रीन पर देखना, पोषक तत्वों की कमी जैसी कई वजहों से ब्रेन फॉगिंग होती है | इससे ब्रेन का फंक्शन प्रभावित होता है।
बचने के लिए क्या करें?
रोज 7-8 घंटे की नींद जरूर पूरी करें, शराब-सिगरेट और कैफीन से परहेज करें, नियमित एक्सरसाइज, योग, ध्यान करें, खाने में पोषक तत्वों को शामिल करें, मीठे, बेवरेज और जंकफूड्स को अवॉयड करें|
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