बहुत मुस्कुरा रहे हो, कहीं स्माइलिंग डिप्रेशन तो नहीं ?
Date: Aug 14, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
क्या है स्माइलिंग डिप्रेशन?
तनाव के समय मुस्कुराने वाले लोग स्माइलिंग डिप्रेशन के शिकार होते हैं। ऐसे लोग हंसकर और मुस्कुराकर अपना डिप्रेशन छिपाने की कोशिश करते हैं। ऐसा व्यक्ति अगर डिप्रेशन का शिकार है तो वो अपने हाव भाव और हंसी से इसे छिपाने की पूरी कोशिश करता है और हर समय मुस्कुराता रहता है।
नींद कम और थकान
ऐसे लोग ऊपर से भले ही खुशदिल दिखते हों, लेकिन वो गहरी उदासी, निराशा को झेलते हैं। स्माइलिंग डिप्रेशन से पीड़ित मरीज को नींद कम आती है और वो लगातार थकान महसूस करता है। ऐसे लोगों का उनकी हॉबीज में इंटरेस्ट खत्म हो जाता है और वो किसी चीज पर फोकस नहीं कर पाते हैं।
लक्षण
सुस्ती या थकान, नींद न आना, वजन और भूख में बदलाव, बेबसी, किसी भी चीज में कोई इच्छा की कमी, आत्म सम्मान में कमी |
क्या उदास होने पर मुस्कुरा सकते हैं?
स्माइलिंग डिप्रेशन एक प्रकार का डिप्रेशन है, जिसमें व्यक्ति बाहर से तो खुश दिखता है, लेकिन असल में अंदर से दर्द का अनुभव कर रहा होता है।यह व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त चिकित्सा स्थिति नहीं है, इसलिए इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
क्या स्माइलिंग डिप्रेशन खतरनाक है?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्माइलिंग डिप्रेशन खतरनाक हो सकता है क्योंकि अक्सर इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता। यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। स्माइलिंग डिप्रेशन वाले लोगों में आत्महत्या का खतरा और भी अधिक हो सकता है क्योंकि वे दर्द से उबरने के आदी होते हैं।
इलाज
स्माइलिंग डिप्रेशन का समय रहते पता चलने पर इसका इलाज संभव है। स्माइलिंग डिप्रेशन में कॉग्नेटिव बिहेवियरल ट्रीटमेंट के जरिए मरीज ठीक हो सकता है। इस इलाज में मरीज के विचारों , व्यवहार और पैटर्न को पहचान कर उसे बदलने का प्रयास किया जाता है।
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