2000 रुपए का नोट हुआ अपडेट, सरकार ने दी कई अहम जानकारी
Date: Aug 04, 2024
By: Ankita Srivastava, Bharatraftar
संसद में पूछे गए सवाल
संसद में वित्त मंत्री से पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि सरकार 2000 के नोट को लेकर क्या करने की तैयारी में है.
प्रश्नों का दिया लिखित जवाब
प्रश्नों के लिखित जवाब में वित्त मंत्री ने बताया की भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक ₹2000 के डिनॉमिनेशन वाले 3702 मिलियन (370.2 करोड़) नोटों की सप्लाई की गई. जिसका मूल्य 7.40 लाख करोड़ रुपए है.
RBI के हवाले से बताया
RBI के हवाले से बताया कि जुलाई 2016 से जून 2017 और जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच सभी डिनॉमिनेशन वाले नोटों की प्रिंटिंग पर 7965 करोड़ रुपए और 4912 करोड़ रुपए की लागत आई थी.
नोटबंदी से पहले
नोटबंदी से 4 महीने पहले और 20 महीने बाद तक नोटों की छपाई पर 12877 करोड़ रुपए खर्च हुए थे.
नई सीरीज वाले नोट
ऐलान के बाद ₹2000 और ₹500 के नई सीरीज वाले नोट के साथ ₹200, ₹20 और ₹10 के नए सीरीज वाले नोट जारी किए गए थे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद में बताया कि नॉर्मल ई मैनेजमेंट ऑपरेशन के तौर पर ₹2000 के नोटों को वापस लेने की प्रक्रिया जारी है.
डिनॉमिनेशन वाले नोट्स
वित्त मंत्री ने ये भी जानकारी दी की दूसरे डिनॉमिनेशन वाले नोट्स नागरिकों की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है.
क्यों लिया गया फैसला
मार्च 2017 से पहले जारी किए गए ₹2000 के नोट के उपयोग की समय सीमा खत्म हो रही थी. इसी वजह से ये फैसला लिया गया.
वापस का असली कारण
RBI के मुताबिक लेनदेन के लोग 2000 के नोटों की बैंक में तरजीह भी नहीं दे रहे थे. RBI की क्लीन नोट पॉलिसी के तहत ₹2000 नोटों को सरकुलेशन से वापस लेने का फैसला लिया गया.
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