साल का एक ऐसा दिन, जिसमें खुलते हैं स्वर्ग के द्वार!

साल का एक ऐसा दिन, जिसमें खुलते हैं स्वर्ग के द्वार!

Date: Nov 12, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

शास्त्रों के मुताबिक

शास्त्रों की मानें तो, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को बैकुंठ चतुर्दशी कहा जाता है. ये दिन पूरे साल भर का सबसे शुभ दिन माना जाता है.

भगवान से कनेक्शन

इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है. इतना ही नहीं, इसी दिन हरिहर यानि की शिव जी और  विष्णु जी का मिलन होता है.

सुदर्शन चक्र का भेंट

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन शिव जी ने विष्णु जी को सुदर्शन चक्र भेंट स्वरूप दिया था.

खुलते हैं स्वर्ग के द्वार

इस खास दिन जो भी भक्त भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा अर्चना करता है. उसके लिए स्वर्ग के द्वार हमेशा के लिए खुल जाते हैं.

चढ़ाएं ये चीजें

सिर्फ इस दिन शिवजी को तुलसी और विष्णु जी को बेलपत्र चढ़ाई जाती है.

दान करना जरूरी

ऐसा माना जाता है कि, इस दिन दान करना जरूरी होता है. किए गए दान और जप से दस यज्ञों के समान फल की प्राप्ति होती है.

बैकुंठ धाम में स्थान

अगर आप इस दिन दान, पुण्य, और जप करते हैं तो बैकुंठ धाम में आपका निवास स्थान सुनिश्चित हो जाता है.

दीप प्रज्वलन का महत्व

इस दिन गंगा जी में 14 दीप प्रज्वलित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

कब है ये शुभ दिन

इस साल बैकुंठ चतुर्दशी 14 नवंबर दिन गुरुवार को मनाई जाएगी.

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