नॉन इनवर्टर AC और इनवर्टर AC में क्या फर्क है? जानिए यहां
Date: Sep 11, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
AC की जरुरत
जैसे गर्मी बढ़ती जाती है वैसे-वैसे एसी की जरूरत भी बढ़ जाती है. बढ़ते पारे को कंट्रोल करने के लिए एयर कंडीशनर एक अच्छा ऑप्शन होता है.
AC खरीदना टास्क
बाजार में एसी के कई सारे विकल्प मौजूद हैं. जिनको देखकर कंफ्यूज हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है. आजकल एसी कई सारे ऑप्शन से साथ मिलने लगे हैं. जिनमें से एक है इनवर्टर एसी और नॉन इनवर्टर एसी.
क्या है इनवर्टर AC?
किसी भी एसी में इनवर्टर का सीधा कनेक्शन बिजली से होता है. इसमें एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें बिजली की खपत काफी कम होती है.
क्या है नॉन इनवर्टर AC?
Non इनवर्टर एसी में टेंपरेचर को एडजस्ट करने के लिए कंप्रेसर को ऑन या ऑफ करने का विकल्प होता है. जिसमें बिजली की खपत थोड़ी ज्यादा होती है.
टेक्नोलॉजी
नॉन इनवर्टर एसी के यूनिट में टेंपरेचर के कूलिंग का इस्तेमाल बिजली आपूर्ति को कंट्रोल में किया जाता है. वहीं इनवर्टर एसी का इस्तेमाल कंप्रेसर मोटर को बिजली आपूर्ति को कंट्रोल करने में किया जाता है.
संचालन
इनवर्टर एसी जरूरत के मुताबिक कंडीशनर स्पेस टेंपरेचर को कंट्रोल करने के लिए कंप्रेसर की स्पीड को एडजेस्ट करता है. वहीं नॉन इनवर्टर एसी कमरे के टेंपरेचर पर आधारित निश्चित मात्रा में बिजली देता है.
बिजली की खपत
इनवर्टर एसी और नॉन इनवर्टर एसी के बीच का सबसे अहम हिस्सा ये है कि, वो कमरे के टेंपरेचर के अनुसार अलग-अलग तरीके से काम करते हैं. बिजली की खपत भी अलग-अलग अनुपात में करते हैं.
शोर
इनवर्टर एसी चलने में बिल्कुल भी आवाज नहीं करता. वहीं नॉन इनवर्टर एसी ऑटोमेटिक तरीके से चालू और बंद हो जाते हैं. और बहुत ज्यादा शोर करते हैं.
कीमत
इनवर्टर एसी नॉन इनवर्टर एसी के मुकाबले थोड़े महंगे मिलते हैं. हालांकि नॉन इनवर्टर एसी को लगाना इनवर्टर एसी की तुलना में ज्यादा महंगा पड़ता है. क्योंकि इसमें बिल ज्यादा आता है.
Next: सर्दी-जुकाम और खांसी होने पर इन चीजों से बना लें दूरी, नहीं तो होगी बड़ी दिक्कत