रुद्राक्ष और भद्राक्ष में क्या फर्क है? जानिए यहां
Date: Sep 28, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
रुद्राक्ष और भद्राक्ष
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष और भद्राक्ष का काफी महत्व है. इन दोनों ही चीजों को पूजनीय माना गया है.
रुद्राक्ष
मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई है.
भद्राक्ष
हिंदू मान्यताओं के अनुसार भद्राक्ष को भी रुद्राक्ष के बराबर पवित्र माना जाता है. भद्राक्ष को मां भद्रकाली से जोड़कर देखा गया है.
सनातन में क्यों है खास
रुद्राक्ष और भद्राक्ष दोनों का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. दोनों के बीज अपने विशेष गुण के लिए जाने जाते हैं. दोनों का इस्तेमाल माला और कंगन बनाने में किया जाता है.
रुद्राक्ष और भद्राक्ष के प्रकार
रुद्राक्ष 21 तरह के होते हैं. जिसमें से 11 प्रकार के रुद्राक्ष का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि भद्राक्ष एक ही प्रकार के होते हैं.
इस्तेमाल
रुद्राक्ष का इस्तेमाल बुरी शक्तियों को दूर करने के लिए किया जाता है. जबकि भद्राक्ष का इस्तेमाल आभूषण बनाने के लिए किया जाता है.
पहचान
असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है. बल्कि भद्राक्ष पानी में तैरने लगता है.
पॉजिटिव एनर्जी से भरा रुद्राक्ष
रुद्राक्ष ईश्वरीय गुणों से समाहित होता है. यह पॉजिटिव एनर्जी से भरा होता है. और इसमें भीनी भीनी खुशबू आती रहती है.
मृत्यु का प्रतीक है भद्राक्ष
भद्राक्ष का इस्तेमाल किसी भी तरह की पूजा पाठ या अनुष्ठान में नहीं किया जाता है. भद्राक्ष को मृत्यु का प्रतीक माना जाता है.
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