मानसून में भूलकर भी ना खाएं हरी सब्जियां और दही, जानिए इसके पीछे छुपे धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

मानसून में भूलकर भी ना खाएं हरी सब्जियां और दही, जानिए इसके पीछे छुपे धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

Date: Aug 02, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

सावन

सावन के इस महीने में ज्यादातर लोग धार्मिक महत्व के कारण अपनी डाइट और रहन-सहन में कई तरीके के बदलाव करते हैं. जिसके पीछे कुछ साइंटिफिक रीजन भी होते हैं. ऐसा ही एक नियम है जो सावन में सबसे ज्यादा फॉलो किया जाता है. और वो है हरे पत्तेदार सब्जियों को ना खाने का.

ऐसा क्यों?

बारिश के दिनों में हेल्दी रहने के लिए और बीमारियों से बचने के लिए हरे पत्तेदार सब्जियों और दही जैसी चीजों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है. लेकिन ऐसा क्यों है? आज ये आपको भारत रफ्तार के जरिए पता चलेगा.

हरी सब्जियां खाने की क्यों मनाही?

साइंटिफिक रीजन की बात करें तो बारिश के समय सबसे ज्यादा वायरस, बैक्टीरिया और कीटाणु पनपने लगते हैं. 

क्या है नुकसान

हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे ज्यादा इंफेक्शन का खतरा रहता है. जिस वजह से पेट की बीमारियां बढ़ सकती हैं. इसके अलावा शरीर में इन्फेक्शन बढ़ाने का भी खतरा रहता है इस वजह से दही और हरी सब्जियों का सेवन करने से परहेज करना जरूरी होता है.

दही खाने की मनाही क्यों?

बारिश में दही खाने से भी मना किया जाता है. क्योंकि दही खाने से शरीर में सुस्ती रहती है. 

क्या है नुकसान

बारिश में दही खाने से कान और गले का इन्फेक्शन भी बढ़ सकता है. आयुर्वेद में इस मौसम में हर आयु वर्ग के लोगों को दही खाने से मना किया जाता है.

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