गणपति बप्पा को चढ़ाई जाने वाली दूर्वा घास शरीर के लिए बेहद फायदेमंद, कई रोगों का करती है नाश

गणपति बप्पा को चढ़ाई जाने वाली दूर्वा घास शरीर के लिए बेहद फायदेमंद, कई रोगों का करती है नाश

Date: Sep 09, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

दूर्वा घास का महत्व

मान्यताओं के अनुसार गणेश ने राक्षस अनलासुर को निगल लिया था, जिसके बाद उन्हें पाचन से जुड़ी समस्या होने लगी थी। गणेश जी को परेशान देख कश्यप ऋषि ने जलन को शांत करने के लिए गणेशजी को 21 दूर्वा घास दी थी। इससे गणेशजी के पेट का ताप शांत हो गया, तभी से गणेश चतुर्थी की पूजा में गणपति को दूब घास चढ़ाई जाती है।

दूर्वा घास के गुण

इस घास में पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन, फास्फोरस, विटामिन-ए होता है। इसमें भरपूर मात्रा में सोडियम, मैग्नीशियम, एंटी-इंफ्लामेटरी तथा एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। इन लाभकारी कारकों के चलते ही इस घास को खाने से शरीर हेल्दी रहता है।

इम्यूनिटी बूस्ट

गणेश जी को दूब घास चढ़ाई जाती है, इस घास से इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है। इसमें एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं।

पाचन

यदि आप पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो दूब घास का इस्तेमाल कर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आप खाली पेट दूब घास का सेवन कर सकते हैं|

खुजली, जलन से छुटकारा

भगवान गणेश जी को चढ़ाई जाने वाले इस घास में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। यह स्किन से जुड़ी कई समस्याओं में बेहद फायदेमंद है, जैसे- खुजली, जलन और रैशेज से बच सकते हैं।

वजन घटाने में मददगार

दूब घास वजन घटाने में काफी मदद करता है। इसके लिए दूब घास को जीरा, काली मिर्च और थोड़ी सी दालचीनी के साथ पीस लें, फिर इसे दिन में दो बार छाछ या नारियल पानी के साथ अच्छे से पिये।

पथरी में मददगार

अगर किडनी में पथरी की समस्या है तो आयुर्वेदिक इलाज में दूब घास का इस्तेमाल कर सकते हैं। किडनी स्टोन पर दूब घास का सेवन फायदेमंद माना जाता है। 

डायबिटीज में फायदेमंद

अगर आप हाई ब्लड शुगर के मरीज हैं तो आप दूब घास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए दूब घास का रस निकाल लें और इसे नीम के रस के साथ मिलाकर पी लें। इससे डायबिटीज के मरीज को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में आसानी होगी। 

कब्ज

जो हमेशा पाचन संबंधित समस्याओं से परेशान रहते हैं, उन लोगों को भी दूर्वा की घास का रस पीना चाहिए। दूर्वा उनका पाचन बेहतर करती है। इसको रोजाना पीने से उन्हें शौच की समस्या भी नहीं होगी, वे सुबह आसानी से फ्रेश हो सकेंगे।

तनाव दूर करें

दूर्वा की घास का सेवन करने से दिमाग की नसें शांत होती हैं। दूर्वा की घास में मौजूद एंजाइम्स आपको मानसिक तनाव, स्ट्रेस, अवसाद जैसी सभी समस्याओं को दूर करते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाते हैं।

त्वचा की सेहत

इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है|  त्वचा पर चकत्ते, खुजली, एक्जिमा और सोरायसिस होने पर दूब का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है| 

कैसे करें इस घास का सेवन?

दूर्वा की घास खाने के लिए आपको इसकी ताजी घासों को तोड़कर लाना होगा। इसके बाद इसे पानी से धोकर साफ कर लें। अब इन घासों का रस निकालकर पिएं। आप चाहें तो इन घासों को सुखाकर पाउडर बनाकर भी ले सकते हैं। 

Next: कब से शुरू हो रहीं शारदीय नवरात्रि, यहां जानिए इस बार क्या होगी मां जगदम्बा की सवारी

Find out More..