टिटहरी का बोलना शुभ या अशुभ संकेत?

टिटहरी का बोलना शुभ या अशुभ संकेत?

Date: Sep 12, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

संदेशवाहक पक्षी

हर प्राणी का प्रकृति में विशेष स्थान है. प्रकृति हर प्राणी को समय-समय पर संदेश देती रहती है. ऐसा माना जाता है कि पक्षी प्रकृति के संदेशवाहक होते हैं.

धरती को करते हैं मोहित

पक्षी आसमान में उड़ते हैं, जिस वजह से उनका कनेक्शन प्रकृति से सबसे गहरा है. वह अपनी मधुर आवाज से धरती पर रहने वाले लोगों को मोहित करते हैं.

टिटहरी

हमारे प्राचीन ग्रंथो में पक्षियों के व्यवहार को कई बार महत्वपूर्ण माना गया है. इनमें से एक है टिटहरी. जिसे अंग्रेजी में लाल रंग का पंख कहा जाता है.

टिटहरी दिखना सौभाग्य

टिटहरी एक अलग तरह का पक्षी है. जिसे तेज और स्पष्ट आवाज के लिए जाना जाता है. यह पक्षी जिसे दिखाई दे जाए उसे सौभाग्य समझा जाता है.

टिटहरी का बोलना देता है संदेश

लोक मान्यताओं और कथाओं के मुताबिक टिटहरी का बोलना एक अलग संदेश देता है. ये संदेश क्या होते हैं, चलिए जानते हैं.

सुरक्षा और चेतावनी

टिटहरी का बोलना अक्सर चेतावनी माना जाता है. ये पक्षी काफी संवेदनशील होता है. जो किसी भी असामान्य चीज को महसूस करता है.

जब तेज आवाज में बोले

जब यह पक्षी तेज आवाज में बोले तो समझ जाइए उसे आस-पास कोई खतरा दिखाई दे रहा है. इस आवाज को सुनकर दूसरे जानवर भी सतर्क हो जाते हैं.

सकारात्मक संदेश

कई जगहों पर टिटहरी का बोलना अच्छा संकेत माना जाता है. इसका मतलब होता है कि कोई शुभ समाचार मिलने वाला है. परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का संकेत होता है.

मौसम में बदलाव

पहले के लोगों का यह मानना था कि, टिटहरी का बोलना मौसम में बदलाव का संदेश होता है. अगर शाम के समय ये तेज आवाज में बोले तो, इसका मतलब होता है की बारिश होने वाली है. अगर ये सुबह बोले तो, समझ जाइए मौसम बदलने वाला है.

टिटहरी देती है ये सीख

टिटहरी का बोलना अद्भुत प्राकृतिक घटना माना जाता है. इस पक्षी से हमें ये सीख मिलती है कि, हमें प्रकृति को समझना चाहिए. आने वाले समय में हम खुद को तैयार कर सकें.

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