क्या आपने कभी लाल चींटी की चटनी के बारे में सुना है? शरीर को मिलते है ये लाभ
Date: Nov 01, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
लाल चींटी की चटनी
आदिवासी प्रजाती के लोग लाल चीटी की चटनी की रेसिपी को बड़े चाव के साथ बनाकर खाते हैं। भले ही आपको इस बात पर यकीन न हो रहा हो, लेकिन ये बात सच है|
कैसे बनती है ?
इस चटनी को बनाने के लिए मयूरभंज जिले के जंगलों में पाई जाने वाली लाल चीटियों को इक्ट्ठा करके साफ किया जाता है। इसके बाद इन चीटियों को पीसकर सुखाया जाता है। लोग इस चटनी में लहसुन, अदरक, मिर्च और नमक मिलाकर इसे दोबारा से पीसते हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद
ये चटनी आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इस चटनी का सेवन करने से सेहत पर पॉजिटिव असर पड़ सकते हैं। अगर आप पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसका सेवन किया जा सकता है|
हड्डियां होती मजबूत
इसके अलावा, आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों की मौजूदगी के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है. यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है और शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है|
वेट लॉस
इनमें ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं, जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करते हैं| इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है. जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए भी यह चटनी बहुत फायदेमंद हो सकती है|
जोड़ों का दर्द
माना जाता है कि यह चींटी की चटनी गठिया और जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाती है. ये सभी प्रयोग आदिवासी लोग खूब करते हैं|
कहां बनती है?
लाल चींटी की चटनी ओडिशा के मयूरभंज जिले में रहने वाले आदिवासी लोग बनाते हैं| अपने खास स्वाद के लिए इस चटनी को GI टैग मिला हुआ है|