Karwa Chauth 2024: अगर रख रही हैं करवा चौथ का व्रत, तो आपको जरूर पता होनी चाहिए ये बातें
Date: Oct 14, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
करवा चौथ
पूर्णिमा के चांद के बाद जो चौथ पड़ती है, उस दिन करवा चौथ मनाया जाता है. ना सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.
क्यों मनाया जाता है करवा चौथ?
हमेशा से ही स्त्री शक्ति का रूप रही है. इसलिए उसे ये वरदान मिला है कि, वो जिस चीज के लिए भी तप करेगी उसे उसका फल जरूर मिलेगा.
पौराणिक कथाएं
पौराणिक कथाओं के अनुसार सावित्री अपने पति को यमराज से छीनकर वापस ले आती है. यानि स्त्री में इतनी शक्ति होती है कि, वो अगर चाहे तो कुछ भी हासिल कर सकती है.
पति के लिए तप
इसलिए महिलाएं करवा चौथ में व्रत रखकर अपने पति के लिए तप करती हैं. जिसका मतलब होता है किसी चीज को त्यागकर एक ही दिशा में आगे बढ़ना.
महिलाओं की परीक्षा
करवा चौथ का चांद हमेशा देरी से निकलता है. जो व्रती महिलाओं के लिए एक तरह की परीक्षा होती है. कि वो अपने पति के लिए कितना त्याग कर सकती हैं.
कब सुननी चाहिए कथा?
करवा चौथ की कथा पर पूजा सूर्यास्त से पहले सुन लेनी चाहिए. सूर्यास्त के बाद पूजा और कथा सुनने का कोई महत्व नहीं रहता.
हुंकार भरने का रिवाज
कहानी सुनते समय हुंकार भरने का रिवाज है. ताकि ये प्रमाणित हो सके की कहानी सुन ली गई है. क्योंकि पहले के जमाने में कहानी सुनते वक्त अक्सर बहुएं सो जाया करती थीं.
Next: भगवान की मूर्ति से फूल गिरना किस बात का संकेत? जानिए ज्योतिष शास्त्र में इसका मतलब