इंसानों की तरह विमान भी होते हैं रिटायर, आख़िर एयरप्लेन ग्रेवयार्ड में क्या होता है ?

इंसानों की तरह विमान भी होते हैं रिटायर, आख़िर एयरप्लेन ग्रेवयार्ड में क्या होता है ?

Date: Sep 17, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

विमानों की रिटायरमेंट ऐज

हर चीज की तरह विमानों की भी एक उम्र होती है। उसके बाद उन्हें रिटायर कर दिया जाता है। आमतौर पर विमानों की रिटायरमेंट एज 25 साल होती है। हालांकि कुछ अच्छी मेंटीनेंस पर और ज्यादा भी चल जाते हैं।

एयरप्लेन ग्रेवयार्ड

रिटायर होने के बाद विमानों की आखिरी फ्लाइट स्टोरेज डिपो की ओर होती है, जिसे एयरप्लेन बोनयार्ड या ग्रेवयार्ड भी कहते हैं।

स्टोरेज डिपो

विमानों का स्टोरेज डिपो दुनियाभर में है जहां एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों रिटायर विमानों को जगह मिलती है।

कंपनियां चुकाती रेंट

जब कंपनियां अपने उड़ान को किसी वजह से कैंसिल कर देती हैं या कोई एयरलाइंस काम करना बंद कर देती है तो कुछ समय के लिए अपने विमानों को स्टोरेज डिपो में लाकर खड़ा कर देती हैं। उसके बदले रेंट चुकाती हैं।

विमान की धुलाई

यहां जब विमान पहुंचते हैं तो सबसे पहले उनकी तेज धुलाई होती है| इसके बाद इसके ईंधन टैंक से पूरी तरह ईंधन निकाल लिया जाता है।

विमान के पुर्जे निकालना

विमान में कुल मिलाकर 3.5 लाख कंपोनेंट होते हैं, जिन्हें निकाल दिया जाता है| इन चीजों का इस्तेमाल दूसरे विमानों के पुर्जों के तौर पर होता है| 

विमान को डिस्मेंटल करना

 क्रेन और मशीनों की मदद से विमान को डिस्मेंटल करने का काम होता है| विमान की पूरी बॉडी को क्रश किया जाता है|

रिटायर हुए विमान खरीदती कंपनियां

कई बार विमानों की खाली बॉडी को कुछ इच्छुक कंपनियां खरीद लेती हैं और उन्हें होटल या किसी रेस्तरां में बदल देती है| 

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