प्रेग्नेंसी में संगीत सुनने से स्ट्रेस होगा कम, बच्चे के दिमाग और पर्सनैलिटी पर भी होगा असर

प्रेग्नेंसी में संगीत सुनने से स्ट्रेस होगा कम, बच्चे के दिमाग और पर्सनैलिटी पर भी होगा असर

Date: Oct 16, 2024

By: Mansi Yadav, Bharatraftar

प्रेगनेंसी में म्यूजिक

 अपने पसंदीदा संगीत को चलाने से तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, मानसिक रोगियों को ठीक करने के लिए भी म्यूजिक की मदद ली जाती रही है। गर्भवती होने पर संगीत सुनने से मां और अजन्मे बच्चे दोनों को कई तरह से फायदा हो सकता है।

बच्‍चे कब सुनना शुरू करते म्‍यूजिक ?

 प्रेग्‍नेंसी के नौंवे हफ्ते की शुरुआत में ही शिशु के कान बनने शुरू हो जाते हैं। 18वें हफ्ते तक बच्‍चा सुनना शुरू कर देता है और इसके बाद हर दिन साउंड के प्रति सेंसिटिविटी में सुधार आने लगता है।

बेबी की मूवमेंट में सुधार

गर्भ में शिशु भी संगीत सुन सकता है। जब बच्‍चा वाइब्रेशन सुनता है तो उसकी धुन के साथ मूव करने की भी कोशिश करने लगता है। इससे बच्‍चे के रिफ्लेक्‍सेस और रिएक्‍शन में सुधार आ सकता है।

बच्चे का दिमाग

म्‍यूजिक रिदमिक साउंड वेव्‍स के रूप में बच्‍चे तक पहुंचता है। बच्‍चा इस पर ध्‍यान लगाता है जिससे उसके कॉग्‍नीटिव स्किल्‍स और ऑडिटरी सेंसिस उत्तेजित होते हैं। यह शिशु के मस्तिष्‍क के विकास के लिए अच्‍छा होता है।

बच्‍चे की पर्सनैलिटी

माना जाता है कि गर्भवती मां जिस तरह का संगीत सुनती है, उसका सीधा असर बच्‍चे की पर्सनैलिटी पर पड़ सकता है। जैसे अगर आप हल्‍का संगीत सुनती हैं तो आपका बच्‍चा शांत हो सकता है। वहीं, तेज और शोरगुल संगीत सुनने पर बच्‍चे शैतान और गुस्‍से वाले बन सकते हैं।

स्‍ट्रेस होता कम

प्रेग्‍नेंसी में शरीर में हो रहे बदलावों और बच्‍चे की सेहत की चिंता की वजह से भी महिलाएं स्‍ट्रेस में रहती हैं। ऐसे में संगीत आपके स्‍ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है। 

प्रेग्‍नेंसी में कितनी देर सुनें संगीत ?

 गर्भावस्‍था में एक घंटे से अधिक समय तक म्‍यूजिक ना सुनें। अगर पेट पर हेडफोन रख रही हैं तो एक बार में 5-10 मिनट से ज्‍यादा समय तक ना रखें।

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