तिब्बत के ऊपर से कभी नहीं उड़ते जहाज! सच्चाई जानकर रह जाएंगे हैरान
Date: Sep 15, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
हवाई जहाज
एक राज्य से दूसरे राज्य या देश जल्द से जल्द जाने का एकमात्र साधन है हवाई जहाज. हालांकि हवाई जहाज की यात्रा काफी ज्यादा रोमांचक होती है. लेकिन हवाई जहाज की यात्रा के दौरान पायलट की भूमिका सबसे ज्यादा अहम होती है.
फ्लाइट के पायलट
वैसे तो पायलट को जहाज उड़ने की काफी ज्यादा प्रेक्टिस होती है. लेकिन जब मौसम खराब हो जाता है तो उड़ान काफी ज्यादा चैलेंजिंग होने लगती है.
तिब्बत के ऊपर से जहाज
आपको बता दे कि तिब्बत के ऊपर से जहाज उड़ाने में पायलट को भी डर लगने लगता है. लेकिन इसके पीछे की वजह क्या है? क्या आपको पता है?
दुनिया की छत
समुद्र तल की काफी ऊंचाई पर और बड़े-बड़े पहाड़ों से घिरा तिब्बत दुनिया की छत कहा जाता है. यहां पर पत्थरों की ऊंचाई भी काफी ज्यादा है.
ऊंची चोटियां
दुनिया में दो सबसे ऊंची चोटियों है पहले या हिमालय और दूसरी है के 2 तिब्बत क्षेत्र. तिब्बत की अनोखी भौगोलिक विशेषता की वजह से यहां पर प्लेन उड़ाना काफी ज्यादा चैलेंजिंग हो जाता है.
जहाज का इंजन
हवाई जहाज में दो इंजन होते हैं दूसरे इंजन का इस्तेमाल ज्यादातर इमरजेंसी में किया जाता है. लेकिन इस इंजन से ज्यादा ऊंचाई पर उड़ान नहीं भरी जा सकती.
क्या है खतरा?
अगर तिब्बत क्षेत्र में उड़ान भरते वक्त हवाई जहाज का में इंजन फेल हो गया, तो इससे बड़ा हादसा हो सकता है. इसलिए तिब्बत क्षेत्र में उड़ान भरने से पायलट भी घबराते हैं.
फ्लाइट टर्बुलेंस
ऊपर आसमान में जब भी हवा का पैटर्न बदलता है तोटर्बुलेंस होता है. जिसको पहचान कर पायलट जहाज को ठीक तरीके से कंट्रोल कर पाते हैं.
इमरजेंसी लैंडिंग
तिब्बती क्षेत्र में क्लीन एयर टर्बूलेंस होता है. जिसे पायलट पहले नहीं समझ पाता. और तिब्बत क्षेत्र में इमरजेंसी लैंडिंग का ऑप्शन भी नहीं होता.
मौसम में बदलाव
तिब्बत में मौसम कब बदल जाए किसी को नहीं पता होता. जिस वजह से पायलट को नेविगेट करने में काफी मुश्किल होती है. इन कारणों के चलते पायलट तिब्बत में उड़ान भरने से डरते हैं.
Next: बोरिंग और नापसंद सी इस सब्जी के फायदे जान रह जाएंगे दंग