Teachers Day 2024: शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन कैसे बन गए औरों के लिए आइडियल?

Teachers Day 2024: शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन कैसे बन गए औरों के लिए आइडियल?

Date: Sep 03, 2024

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

टीचर्स डे

भारत में हर साल 5 सितंबर को पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष में टीचर्स डे मनाया जाता है.

शिक्षा जगत के महारथी

डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा जगत के महारथी कहलाए जाते हैं. वह एक सम्मानित दार्शनिक और शिक्षक भी थे. उन्होंने शिक्षा विचार पर एक अमिट छाप छोड़ी है.

परिवार

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 में हुआ था. वो तमिलनाडु के थिरूथनी के एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखते थे.

प्रतिष्ठित प्रोफेसर का पद

उन्होंने 1921 से 1932 तक कोलकाता यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के प्रतिष्ठित पद को संभाला.

योगदान

प्रो. राधाकृष्णन का योगदान भारत में हीं नहीं बल्कि दुनियाभर में रहा है. उन्होंने इंटरनेशनल मंचों पर कई यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व भी किया.

नोबेल पुरस्कार

डॉ. राधाकृष्णन इतने ज्यादा प्रतिभा के धनी थे, कि उन्हें साहित्य के 16 नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

खूबसूरत याद

छात्रों से उन्हें काफी सम्मान मिलता था. जब वो मैसूर यूनिवर्सिटी से मैसूर रेलवे स्टेशन जा रहे थे, तो उनके छात्रों ने उन्हें ले जाने के लिए फूलों से सजी गाड़ी का इंजाम किया और उस गाड़ी को उन्होंने खुद खींचा.

बन गए शिक्षा का आईना

डॉ. सर्वपल्ली ने मैसूर यूनिवर्सिटी से लेकर कलकत्ता यूनिवर्सिटी तक के कई संस्थानों में अपना ज्ञान साझा कर लोगों किए शिक्षा का आईना बन गए.

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