Teachers Day 2024: किसी और दिन नहीं बल्कि 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे?
Date: Sep 03, 2024
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
टीचर्स डे
भारत भर में मनाए जाने वाले टीचर्स डे का खास महत्व है. बच्चों के भविष्य को चमकने वाले शिक्षकों ये दिन समर्पित होता है.
सम्मान
वैसे तो पूरे साल शिक्षकों के समर्पण और योगदान की सराहना करनी चाहिए. लेकिन खास तौर पर इस दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है.
5 सितंबर क्यों खास?
5 सितंबर को मनाए जाने वाले टीचर्स डे के पीछे इस दिन का खास महत्व है. इस तारीख को यूं ही नहीं चुना गया. इस दिन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था.
टीचर्स डे बन गया खास
5 सितंबर 1888 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था. वह एक विद्वान नेता थे. जिन्होंने 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में काम किया.
प्रसिद्ध शिक्षाविद
राष्ट्रपति बनने से पहले राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध शिक्षाविद थे. वह भारत के पहले उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं.
शिक्षा की शक्ति में विश्वास
डॉ. राधाकृष्णन को शिक्षा की शक्ति में अटूट विश्वास था. शिक्षा में उनका योगदान काफी बड़ा था. जिसे छात्र हमेशा याद रखते थे.
जन्मदिन मनाने की अपील
जब भारत के राष्ट्रपति बने तो उनके छात्रों और मित्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की जिद्द की. तब उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन के बजाय 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाना ज्यादा सार्थक होगा.
जब मना पहला टीचर्स डे
डॉ. राधाकृष्णन के सुझाव पर पहला टीचर्स डे 1962 में मनाया गया था.
हर साल का बना त्योहार
टीचर्स डे शिक्षकों और छात्रों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है. 1962 के बाद से हर साल 5 सितंबर के दिन टीचर्स डे को सेलिब्रेट किया जाता आ रहा है.
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