आपका खरीदा हुआ मोती कहीं नकली तो नहीं, इन आसान तरीकों से करें असली की पहचान
Date: Nov 04, 2024
By: Mansi Yadav, Bharatraftar
असली मोती
एक असली मोती ताजे या फिर खारे पानी में पाए जाने वाले ओएस्टर्स में बनता है। ऐसे मोती बहुत दुर्लभ और कीमती होते हैं, इसलिए उन्हें आमतौर पर म्यूजियम आदि में भी रखा जाता है।
नकली मोती
नकली मोती मैन-मेड बीड्स से बनाए जाते हैं। इन्हें आमतौर पर ग्लास, प्लास्टिक, अलबेस्टर और ऐसे शेल से बनाया जाता है जो असली मोती जैसे दिखते हैं। आप कुछ मोतियों की पहचान देखकर ही कर सकती हैं, मगर कुछ को पहचानना मुश्किल होता है।
असली और नकली में अंतर
असली मोती, नकली मोती से ज्यादा भारी होता है। आप पहचान के लिए मोती को अपने हाथों में लेकर ऊपर-नीचे टॉस करके देखें। अगर मोती प्लास्टिक या कोटेड ग्लास से बना होगा, तो उसका वजन हल्का होगा।
शेप से पहचान
अच्छी क्वालिटी वाले कल्चर्ड मोतियों के एक स्ट्रैंड में आप उनके बीच बहुत छोटे अंतर भी देख सकते हैं। अगर मोती एकदम परफेक्ट है या शेप, साइज और कलर में बिल्कुल एक समान है, तो समझ लें कि वो नकली मोती है।
तापमान से पहचान
जब आप असली मोती को अपने हाथों में पकड़ते हैं, तो यह पहले कुछ सेकंड के लिए ठंडा लगता है| वहीं, प्लास्टिक के मोती का तापमान कमरे के तापमान जितना ही होता है|
रंग से पहचान
अच्छी क्वालिटी के कल्चर्ड मोतियों में भी आप उनके बीच बहुत छोटे-छोटे अंतर देख सकते है| अगर मोती का आकार, साइज़ और रंग एकदम सही है या बिल्कुल एक जैसा है तो समझ लीजिए कि वह नकली मोती है|
ड्रिल होल से पहचान
असली मोती में ड्रिल होल बहुत छोटा होता है। अगर आप मैग्निफाइंग ग्लास से अपने मोती को देखें और पाएं कि उसमें ड्रिल होल के आसपास कोटिंग की गई है या फिर शाइनी पेंट किया गया है, तो समझ लें कि वो नकली है।
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